

फतेहपुर के हरदौलपुर गांव में दशहरे पर पकवान बनाते समय गैस सिलेंडर में आग लग गई। एक युवक की बहादुरी और ग्रामीणों की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा। घर मालिक झुलसे, जांच की मांग उठी।
फतेहपुर में दशहरा पर पकवान बनाते समय सिलेंडर में लगी आग
Fatehpur: फतेहपुर जिले की बिंदकी तहसील अंतर्गत कल्यानपुर थाना क्षेत्र के हरदौलपुर गांव में गुरुवार सुबह दशहरे के दिन उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक घर में एलपीजी गैस सिलेंडर में आग लग गई। घटना के वक्त घर की महिला त्योहार के लिए पकवान बना रही थी। आग लगते ही महिला बच्चों को लेकर बाहर भागी और मदद के लिए चीखने लगी, जिससे मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
पकवान बनाते समय लगी आग, रेगुलेटर से हुआ लीकेज
घटना सुबह करीब 9 बजे की है। गांव निवासी बनवारी यादव की पत्नी रसोई में दशहरे के लिए पकवान बना रही थीं। तभी गैस सिलेंडर के रेगुलेटर से गैस का रिसाव शुरू हो गया और चंद ही क्षणों में आग की तेज लपटें उठने लगीं। स्थिति को भांपते हुए महिला ने समझदारी दिखाते हुए बच्चों को बाहर निकाला और गांव वालों को आवाज़ लगाई।
आग बुझाने की कोशिश में घर मालिक झुलसे
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। घर के मालिक बनवारी यादव ने भी खुद आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटों की चपेट में आने से वह झुलस गए। उनकी हालत गंभीर नहीं बताई गई है, प्राथमिक उपचार के लिए उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
युवक की बहादुरी से टला बड़ा हादसा
इसी दौरान एक युवक ने अद्भुत साहस का परिचय देते हुए बांस की छड़ी की मदद से जलते सिलेंडर को घर के बाहर खींचा। सिलेंडर को खुले स्थान पर लाकर उस पर गीला कपड़ा डाला गया, जिससे काफी प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया जा सका। यदि समय रहते सिलेंडर को बाहर न निकाला जाता, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
सूचना पर गैस एजेंसी को भी दी गई जानकारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय गैस एजेंसी को भी इस बारे में सूचित किया गया है। ग्रामीणों ने गैस सिलेंडर की गुणवत्ता और रेगुलेटर में खराबी को लेकर चिंता जताई है। लोगों का कहना है कि सिलेंडरों की नियमित जांच न होना ऐसी घटनाओं का कारण बन रही है।
कोई बड़ा नुकसान नहीं, लेकिन दहशत का माहौल
हालांकि इस हादसे में कोई जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन घर में अफरा-तफरी और भय का माहौल बना रहा। रसोई घर के कुछ हिस्से में आग से सामान जलकर खाक हो गया। गांव के लोग युवक की बहादुरी की सराहना कर रहे हैं जिसने समय रहते स्थिति को काबू में लाया।