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यूपी एसटीएफ महिला स्वास्थ्य मिशन ट्रस्ट और धार्मिक आयोजन के नाम पर संस्था और ट्रस्ट बनाकर ठगी करने वाले गैंग का भंड़ाफोड़ किया है। एसटीएफ ने गैंग के एक सक्रिय सदस्य को आगरा से गिरफ्तार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी से पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगने की उम्मीद है।
ठगी करने वाले गैंग का सदस्य गिरफ्तार
Lucknow: यूपी एसटीएफ ने धार्मिक आयोजन के नाम पर संस्था और ट्रस्ट बनाकर ठगी करने वाले गैंग का भंड़ाफोड़ किया है। एसटीएफ ने गैंग के एक सक्रिय सदस्य को आगरा से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान रवि प्रकाश पुत्र बनारसी प्रसाद निवासी ग्राम बहादुरपुर थाना खुखुन्दू देवरिया उ०प्र० से हुई है।
एसटीएफ ने गिरफ्तार आरोपी से 2 आईडी कार्ड, 8 एटीएम कार्ड, 2 पैन कार्ड, 3 सिम कार्ड, 3 पास बुक, 5 रसीद की गड्डी, (महिला स्वास्थ्य मिशन ट्रस्ट), 1 कार होण्डा सिटी, 1 कार ईको स्पोर्ट, 8 चेकबुक (अलग-अलग बैकों के), 1 लैपटाप लेनेवो, 4 मोहरे, 1 स्वैप मशीन इन्डश बैंक, 2 आधार कार्ड, 3 मोबाइल फोन, 32 ट्रस्ट का कार्ड और 10,000 रु० नगद बरामद किया है।
एसटीएफ ने गिरफ्तारी आरोपी को महाजन काम्पलेक्स आवास विकास, कालोनी के बाहर थाना क्षेत्र जगदीशपुरा, आगरा से गुरुवार को गिरफ्तार किया।
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जानकारी के अनुसार एसटीएफ उप्र को महिला स्वास्थ्य मिशन ट्रस्ट एवं धार्मिक आयोजन के नाम पर संस्था बनाकर ठगी करने वाले गैंग की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ फील्ड इकाई, आगरा इकाई को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था।
इस बीच एसटीएफ फील्ड इकाई आगरा की टीम क्षेत्र में भ्रमणशील थी। इसी दौरान ज्ञात हुआ कि टीम महिला स्वास्थ्य मिशन ट्रस्ट एवं धार्मिक आयोजन के नाम पर संस्था बनाकर ठगी करने वाला रवि प्रकाश महाजन कम्पलेक्स आवास विकास कालोनी के बाहर मौजूद है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुँचकर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके कब्जे से उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उनके गैंग का सरगना अजय उर्फ विल्लू, एलिस एवं उसके कुछ साथी है, जो कि वाट्सअप/टेलीग्राम एप पर ही सक्रिय हैं।
उन्होंने बताया कि वह लोग महिला स्वास्थ्य मिशन और धार्मिक आयोजन के दौरान गरीब लोगों के मोबाइल नम्बर, बैंक खाता ले लेते थे और उनके खातों में भिन्न भिन्न स्थानों से साइबर फ्राड का पैसा डलवाते थे। प्राप्त हुए चन्दे के नगद पैसों को बांट लेते थे।
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उसने बताया कि इससे प्राप्त नगद पैसा उनका व ऑनलाइन पैसा अजय, एलिस का होता था। बरामद गाडियों का प्रयोग वह लोग उक्त अपराध को संचालित करने में करते थे। उसने बताया कि साइबर फ्राड का लाखों रूपया खातों में आता था उसका कुछ हिस्सा हमें मिलता था। उसी से हम अवैध कार्य का संचालन करते थे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ थाना जगदीशुपरा कमिश्नरेट आगरा में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की आगे की जांच में जुट गई है।