

टप्पेबाजी के मामले में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश पुलिस ( सोर्स - इंटरनेट )
प्रतापगढ़: पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए टप्पेबाजी के मामले में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। यह वही आरोपित है जिसने सिविल पुलिस में तैनात दरोगा से दो लाख रुपये की टप्पेबाजी कर ली थी। घटना दिसंबर 2024 में घटित हुई थी और तब से आरोपी फरार चल रहा था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक नगर पंचायत कुंडा के नरसिंहगढ़ मोहल्ला निवासी अधिवक्ता अखिलेश यादव के भाई करन सिंह यादव वर्तमान में सोनभद्र में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। दिसंबर 2024 में उनकी शादी थी, जिसके चलते वे अवकाश पर अपने गांव आए हुए थे। 16 दिसंबर को उन्होंने बैंक से दो लाख रुपये निकाले और स्कूटी से घर लौट रहे थे। रास्ते में किसी काम से सरयू नगर में रुके, तभी मौका पाकर अज्ञात बदमाशों ने स्कूटी की डिक्की तोड़कर उसमें रखे दो लाख रुपये पार कर दिए।
इस सनसनीखेज टप्पेबाजी की घटना ने पुलिस को सक्रिय कर दिया। पीड़ित करन सिंह की तहरीर पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के छेदक पुरवा बनगाई बर्बार निवासी राजेश खन्ना उर्फ खन्ने और उसके साथियों को संदिग्ध मानते हुए जांच का दायरा बढ़ाया।
वारदात के बाद से मुख्य आरोपित राजेश खन्ना फरार चल रहा था। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने लगातार दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। आखिरकार, पुलिस अधीक्षक द्वारा उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया।
प्रभारी निरीक्षक अवन कुमार दीक्षित और दरोगा राहुल कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर मवई बाईपास तिराहे पर घेराबंदी कर राजेश खन्ना उर्फ खन्ने को धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्यवाही पूरी की गई और उसे न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिए भेजा गया। पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। इस गिरफ्तारी से पुलिस की छवि मजबूत हुई है और स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की तत्परता की सराहना की है।