

मेरठ में कलेक्शन एजेंट से 84 हजार की लूट के बाद मुठभेड़ में इंस्पेक्टर भावनपुर कुलदीप सिंह द्वारा पीठ दिखाकर भागने पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं, दो अन्य पुलिसकर्मियों को लापरवाही और आर्थिक लाभ लेने के आरोप में सस्पेंड किया गया। एसएसपी ने मामले में विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
Symbolic Photo
Meerut: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मेहरबान होने वाले पुलिसकर्मियों पर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बड़ा एक्शन लिया। भावनपुर थाना क्षेत्र में लूट के आरोपियों से मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर द्वारा मौके से भागने की घटना सामने आने के बाद उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं दो अन्य पुलिस अधिकारियों को जांच में लापरवाही और आर्थिक लाभ लेने के आरोप में निलंबित किया गया है।
84 हजार की लूट हुई थी
7 अगस्त को भावनपुर थाना क्षेत्र में स्थित पंचगांव पट्टी-स्याल मार्ग पर तीन बदमाशों ने एक कलेक्शन एजेंट से 84 हजार रुपये की लूट की थी। मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए भावनपुर पुलिस ने हाईवे पर किनानगर के पास चेकिंग के दौरान बदमाशों की घेराबंदी की। पुलिस को देख बदमाश भागने लगे और बाइक फिसलने से तीन को मौके पर ही दबोच लिया गया।
चौथा बदमाश एनकाउंटर में दबोचा
हालांकि, चौथा बदमाश प्रिंस निवासी भटीपुरा किठौर पुलिस को चकमा देकर थोड़ा आगे निकल गया। पीछा करते हुए जब पुलिस ने घेराबंदी की तो प्रिंस ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली प्रिंस के पैर में लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा।
इंस्पेक्टर की शर्मनाक हरकत, लेकिन कांस्टेबल की बहादुरी
फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई। इस स्थिति को देखकर भावनपुर इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह अपनी टीम सहित मौके से भाग खड़े हुए। इस दौरान घायल बदमाश प्रिंस मौके पर ही पड़ा रहा और एक कांस्टेबल ने बहादुरी दिखाते हुए उसे काबू में रखा। ग्रामीणों द्वारा कांस्टेबल के साथ धक्का-मुक्की भी की गई, लेकिन उसने बदमाश को नहीं छोड़ा। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह के इस मामले को गंभीर लापरवाही मानते हुए उन्हें लाइन हाजिर कर विभागीय जांच शुरू कर दी है।
परीक्षितगढ़ और फलावदा थानों के अधिकारियों पर भी गिरी गाज
सिर्फ भावनपुर नहीं, बल्कि एसएसपी ने परीक्षितगढ़ थाना प्रभारी संजय द्विवेदी और फलावदा थाने के दरोगा योगेश गिरी को भी निलंबित कर दिया है। दोनों पर एक हत्या के प्रयास के मामले में विवेचना में लापरवाही और आर्थिक लाभ लेने के आरोप हैं। इस संबंध में एसपी सिटी को विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं।
थानों में फेरबदल
पुलिस महकमे में कई जिम्मेदारियां भी बदली गई हैं। अब किठौर के अपराध निरीक्षक जितेंद्र कुमार को कोतवाली थाने की कमान सौंपी गई। अपराध शाखा के इंस्पेक्टर विजय कुमार राय को परीक्षितगढ़ थाना प्रभारी बनाया गया। इसके अलावा कोतवाली एसओ योगेंद्र कुमार को भावनपुर थाना प्रभारी बनाया गया है।