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संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार हुए पांच आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर सोनभद्र लाया गया। पुलिस पूछताछ से कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है, गौरतलब है कि ये पांचों आरोपी बीते दिनों गाजियाबाद में सोनभद्र पुलिस और गाजियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किए गए थे।
सिरप गिरोह के आरोपी (फोटो सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
Sonbhadra: जिले में कफ सिरप से जुड़े बड़े मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया। सोनभद्र कोर्ट में विशेष न्यायाधीश एनडीपीएस एक्ट के समक्ष कफ सिरप मामले के पांच आरोपियों को पेश किया गया। कोर्ट ने पुलिस की दलीलों को मानते हुए सभी पांचों को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इस दौरान पुलिस आरोपियों से मामले से जुड़ी अहम जानकारियाँ जुटाने में जुट जाएगी।
गौरतलब है कि ये पांचों आरोपी बीते दिनों गाजियाबाद में सोनभद्र पुलिस और गाजियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किए गए थे। गिरफ्तारियों के बाद, पहले उन्हें गाजियाबाद कोर्ट में पेश किया गया और ट्रांजिट रिमांड के जरिए सोनभद्र लाया गया। मामला रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में दर्ज किया गया है और पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार की है- सुशील यादव (पिता मुन्नी लाल यादव), निवासी ग्राम जरवा जतारा, टीकमगढ़, मध्य प्रदेश; सौरभ त्यागी (पिता मुकेश कुमार त्यागी), निवासी मकनपुर शनि चौक के पास, इंदिरापुरम, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश; संतोष भड़ाना (पिता जयकार सिंह), निवासी मकान नंबर 42, ग्राम गढ़ी माजरा भट्ठा नंबर 5, मधुबन बापू धाम नगर, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश; और शादाब (पिता रियाजुद्दीन), निवासी मकान नंबर 781, लाला प्रमोद वाली गली, कैला भट्टा चौक, कोतवाली नगर, गाजियाबाद।
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पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये आरोपी कथित रूप से अवैध कफ सिरप के कारोबार में शामिल थे और उनके पास से काफी मात्रा में नशीले कफ सिरप की खेप जब्त की गई है। जांच में यह भी सामने आया है कि ये कफ सिरप स्थानीय स्तर पर बिकने के साथ ही अन्य जिलों और राज्यों में भी सप्लाई की जा रही थी।
सोनभद्र में पांच आरोपी (फोटो सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेशी के बाद पुलिस ने पांचों आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर लिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रिमांड का उद्देश्य सिर्फ आरोपियों को पकड़े हुए सामान के बारे में पूछताछ करना नहीं है, बल्कि यह जानना भी है कि यह अवैध कारोबार किस स्तर तक फैला हुआ था। पुलिस का मानना है कि इनसे महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं, जिससे पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश संभव है।
पुलिस अधीक्षक सोनभद्र ने बताया कि इस मामले की जांच गहन और विस्तृत होगी। उन्होंने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस अवैध कफ सिरप के कारोबार के सभी स्तरों का पता लगाया जाए। किसी भी आरोपी को इससे बचाने की कोई गुंजाइश नहीं है। रिमांड के दौरान हमें कई अहम जानकारियाँ मिलने की उम्मीद है।'
इस मामले में गिरफ्तार आरोपी और उनके नेटवर्क की जाँच से यह भी स्पष्ट हो सकता है कि अवैध कफ सिरप की सप्लाई किन शहरों और कस्बों तक फैली हुई थी। पुलिस का कहना है कि रिमांड के दौरान मिलने वाली जानकारियाँ आने वाले दिनों में कई और बड़े खुलासे कर सकती हैं।
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पुलिस ने स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर इस मामले की जांच को तेज करने का निर्णय लिया है। आने वाले दिनों में आरोपियों से पूछताछ के बाद गिरफ्तारी की और कार्रवाई संभव है।