

महराजगंज में बीते देर रात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) निचलौल का औचक निरीक्षण सीएमओ डॉक्टर एक शुक्ला द्वारा किया गया।
अचानक देर रात निचलौल पहुंचे सीएमओ
महराजगंज: बीते देर रात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) निचलौल का औचक निरीक्षण सीएमओ डॉक्टर एक शुक्ला द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान सर्जन डॉ. सत्यप्रकाश प्रजापति दो दिन से ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। इसके अतिरिक्त, ऑन-कॉल रहने वाले एक्स-रे टेक्नीशियन भी केंद्र पर अनुपस्थित मिले। दोनों कर्मियों के संबंधित दिवस का वेतन बाधित कर दिया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार निरीक्षण के समय इमरजेंसी विभाग में कुल 27 मरीजों को देखा गया, जिनमें से चार मरीज भर्ती पाए गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधीक्षक (MOIC) को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी कर्मचारियों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए।
निरीक्षण दल ने MOIC को यह भी निर्देशित किया कि इमरजेंसी सेवाओं की निरंतरता और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए ड्यूटी रोस्टर का कड़ाई से पालन कराया जाए। ड्यूटी में लापरवाही या अनुपस्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कल डीएम ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को लगाई थी फटकार
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला अनुश्रवण समिति की समीक्षा जिलाधिकारी कार्यालय में सम्पन्न हुई थी। बैठक में शिक्षा से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए डीएम ने संबंधित अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए थे।
डीएम ने ऑपरेशन कायाकल्प के तहत दिव्यांग शौचालय निर्माण और कक्षा-कक्ष टाइलिंग कार्यों को प्राथमिकता पर पूर्ण कराने को कहा था। शहरी और ग्रामीण विद्यालयों की सूची अधिशासी अधिकारी एवं खंड विकास अधिकारियों को उपलब्ध कराकर कार्य शीघ्र पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया था।
सीएम मॉडल कंपोजिट विद्यालय के मुख्य भवन तक सड़क निर्माण हेतु पीडब्ल्यूडी से आकलन तैयार करने को कहा गया था। बीआरसी पर स्थापित 24 आधार मशीनों में से 12 अक्रियाशील मशीनों की मरम्मत तथा शेष 12 मशीनों से बच्चों के आधार बनाने के निर्देश दिए गए थे।
6836 प्रोमोटेड बच्चों का वेरिफिकेशन और 4162 बच्चों का आधार सत्यापन कार्य शिक्षकों के स्तर पर लंबित पाया गया, जिसे 30 जून तक पूर्ण कराने को कहा गया था। डीएलएड मूल्यांकन में अपेक्षा से कम स्कूल निपुण पाए जाने पर डीएम ने खंड शिक्षा अधिकारी-सदर पर नाराजगी जताते हुए कड़ी फटकार लगाई थी।
मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश स्वीकृति से पूर्व अन्य अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने, निचलौल क्षेत्र में शिक्षकों की कम उपस्थिति पर चेतावनी देते हुए सुधार लाने, निरीक्षण पंजिका में विवरण अंकित कर ही भ्रमण करने के निर्देश भी दिए गए थे।