

बाराबंकी में मकानों और दुकानों के ऊपर से गुजारी जा रही 33 हजार वोल्ट की विद्युत लाइन को लेकर भाकियू ने धरना दिया। ग्रामीणों ने ठेकेदार पर पैसे न देने वालों के ऊपर से लाइन डालने का आरोप लगाया।
प्रशासन के आश्वासन पर समाप्त हुआ प्रदर्शन
Barabanki: बाराबंकी जिले के फतेहपुर तहसील अंतर्गत कुर्सी ब्लॉक के बहरौली गांव में 33 हजार वोल्ट विद्युत लाइन को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला। विद्युत विभाग द्वारा मकानों, दुकानों, स्कूलों और पेट्रोल पंपों के ऊपर से गुजारी जा रही हाई टेंशन लाइन के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (अवध) ने सोमवार को जोरदार धरना-प्रदर्शन किया।
धरने का नेतृत्व भाकियू अवध के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजू गुप्ता ने किया, जिसमें सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए। प्रदर्शनकारी विद्युत विभाग की लापरवाही और ठेकेदार द्वारा नियमों की अनदेखी को लेकर बेहद नाराज नजर आए।
गंभीर खतरे की आशंका
राजू गुप्ता ने आरोप लगाया कि औद्योगिक क्षेत्र में एक व्यवसायी द्वारा स्थापित की जा रही फैक्ट्री के लिए निंदूरा पावर हाउस से 33 केवी की लाइन खींची जा रही है, जबकि इंडस्ट्रियल एरिया में पहले से एक बड़ा पावर हाउस मौजूद है।
उन्होंने कहा कि यह लाइन जानबूझकर आबादी वाले क्षेत्र से मकानों, दुकानों, पेट्रोल पंप और स्कूलों के ऊपर से खींची जा रही है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल ग्रामीणों की जानमाल को खतरा है, बल्कि यह पूरा काम बिना सुरक्षा मानकों का पालन किए किया जा रहा है।
पैसे न देने वालों को सजा?
भाकियू अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि विद्युत विभाग के ठेकेदार द्वारा चुनिंदा स्थानों पर भूमिगत केबल डाली गई है, लेकिन जहां लोगों ने पैसे नहीं दिए, वहां जानबूझकर हाई वोल्टेज लाइन को उनके मकानों और दुकानों के ऊपर से गुजारा गया है।
प्रशासन मौके पर पहुंचा, दिया आश्वासन
धरना देर शाम तक चलता रहा। इसके बाद उपजिलाधिकारी फतेहपुर कार्तिकेय सिंह और विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता नीरज गर्ग मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों और भाकियू नेताओं से बातचीत की और कहा कि यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया जा चुका है।
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उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही उचित निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया।
ग्रामीणों की चेतावनी
भाकियू नेताओं ने कहा कि यदि जल्द ही इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। राजू गुप्ता ने चेतावनी दी कि "अगर हमारी जान जोखिम में डालकर विकास किया जा रहा है तो ऐसा विकास हमें मंजूर नहीं।"