

:फरेंदा कस्बे में एक बाइक एजेंसी द्वारा कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लोगों के नाम पर वाहन फाइनेंस कराने का मामला सामने आने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
बाइक एजेंसी पर लोगों का हंगामा
Maharajganj: फरेंदा कस्बे में एक बाइक एजेंसी द्वारा कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लोगों के नाम पर वाहन फाइनेंस कराने का मामला सामने आने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पीड़ितों का आरोप है कि उनकी जानकारी के बिना ही उनके नाम से गाड़ियाँ फाइनेंस कर दी गईं। जब उन्हें बैंकों से ईएमआई नोटिस मिलने लगे तब जाकर उन्हें इसकी जानकारी हुई।
जानकारी के अनुसार, फरेंदा क्षेत्र में स्थित हीरो मोटरसाइकिल एजेंसी व महदेवा में बजाज एजेंसी पर यह गंभीर आरोप लगे हैं। कुछ स्थानीय लोगों ने जब एजेंसी का रिकार्ड खंगाला तो पता चला कि उनके नाम से फर्जी माध्यम से बाइक फाइनेंस कर ली गई है, जबकि उन्होंने न तो कोई आवेदन किया और गाड़ी को कैस खरीदी।जैसे ही यह बात फैलनी शुरू हुई, पीड़ित लोग एजेंसी पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने एजेंसी कर्मचारियों से इस गड़बड़ी की जानकारी मांगी, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर आक्रोश और बढ़ गया। मौके पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और प्रशासन से मामले की जांच कर एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पीड़ितों का कहना है कि अगर समय रहते इस खेल का खुलासा न होता, तो उनके नाम पर न केवल आर्थिक बोझ आता, बल्कि कानूनी परेशानी का भी सामना करना पड़ता। कुछ लोगों को तो बैंक से रिकवरी नोटिस भी मिलने लगे थे,जिससे उन्हें बड़ा झटका लगा।
पुलिस ने लोगों को शांत कराया
फरेंदा थानेदार प्रशांत कुमार पाठक ने बताया कि शिकायत के आधार पर दस्तावेजों की जांच की जाएगी और यदि फर्जीवाड़ा साबित होता है तो संबंधित एजेंसी और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले से यह स्पष्ट होता है कि पहचान के दस्तावेजों की सुरक्षा आज के समय में कितनी जरूरी हो गई है। अगर फर्जी तरीके से किसी के नाम पर फाइनेंस किया जा सकता है, तो यह आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है।
फिलहाल एजेंसी के खिलाफ जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और पीड़ितों को न्याय दिलाने का भरोसा पुलिस के द्वारा दिया गया है। वहीं दूसरी ओर, यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग एजेंसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।