

जिले में लोगों के स्वास्थ्य रिपोर्ट से बड़ा खिलवाड़ हो रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
सुरभि अल्ट्रासाउंड सेंटर
बुलन्दशहर: थाना जहांगीराबाद क्षेत्र में स्थित सुरभि अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। नगर निवासी एक मरीज को कथित तौर पर गलत मेडिकल रिपोर्ट देने के आरोप के बाद जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं। मामला प्रकाश में तब आया, जब मरीज की बिगड़ती हालत ने पूरे परिवार को दूसरी जांच के लिए मजबूर किया। जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, मूलरूप से नगर निवासी जगदीश नामक व्यक्ति बीते कई दिनों से पेट दर्द और असहजता की शिकायत से परेशान थे। स्वास्थ्य जांच के लिए उन्होंने चचरई मोड़ स्थित सुरभि अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराया। सेंटर की रिपोर्ट में सब कुछ “सामान्य” बताया गया। रिपोर्ट के अनुसार मरीज को किसी गंभीर समस्या का सामना नहीं था।
हालांकि, जब दर्द लगातार बढ़ता गया और स्थिति गंभीर होती गई तो परिजनों ने बुलन्दशहर के एक अन्य अल्ट्रासाउंड सेंटर पर दोबारा जांच करवाई। इस दूसरी रिपोर्ट ने न केवल परिजनों को बल्कि डॉक्टरों को भी चौंका दिया। जगदीश के गुर्दे में गांठ पाई गई।
अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जमकर हंगामा
गलत रिपोर्ट से परेशान परिजनों ने सुरभि अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंचकर हंगामा किया और गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। जगदीश के परिवार वालों का कहना है कि उन्होंने पहली रिपोर्ट पर भरोसा करते हुए इलाज टाल दिया, लेकिन जब हालत बिगड़ी, तो दूसरी रिपोर्ट सामने आने पर उन्हें सच्चाई का पता चला। परिजनों का आरोप है कि रिपोर्ट में जिस डॉक्टर का नाम दर्ज है। वह खुद अल्ट्रासाउंड करता ही नहीं है, बल्कि किसी अप्रशिक्षित व्यक्ति से यह कार्य करवाया जाता है। परिजनों ने पूरे मामले की शिकायत डायल-112 और मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) को दी।
सीएमओ ने जांच के दिए आदेश
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) बुलन्दशहर ने एसीएमओ डॉ.परवीन कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया है। डॉक्टर परवीन कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें शिकायत प्राप्त हुई है। मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है। केंद्र का पंजीकरण, कार्यप्रणाली और रिकॉर्ड की विस्तृत जांच की जा रही है। यदि लापरवाही या अनियमितता पाई गई तो संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सुरभि अल्ट्रासाउंड सेंटर के सभी रिकॉर्ड जब्त कर लिए गए हैं और उसका पंजीकरण भी जांच के घेरे में है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जांच पूरी होने तक केंद्र की गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी।
पीड़ित बोले - “अगर रिपोर्ट सही मिलती तो इलाज समय पर होता”
मरीज जगदीश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने जब पहली रिपोर्ट देखी तो मुझे राहत की उम्मीद थी। लेकिन दर्द कम नहीं हुआ। जब दूसरी जगह जांच कराई तो पता चला कि गुर्दे में गांठ है। अगर सही रिपोर्ट मिलती तो शायद इलाज समय से शुरू हो जाता और इतनी परेशानी न झेलनी पड़ती।