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मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में बीएलओ की भारी लापरवाही सामने आई है। हजारों लोगों को गणना फॉर्म नहीं मिला और कई क्षेत्रों में फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया बेहद धीमी है। 4 दिसंबर तक फॉर्म जमा न करने पर नाम सूची से कट सकता है, जिससे मतदाताओं में भारी रोष है।
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Agra: जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान गंभीर अनियमितताएं सामने आ रही हैं। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की लापरवाही के कारण हजारों मतदाताओं का मताधिकार खतरे में पड़ गया है। पहले गणना फॉर्म वितरण में बड़ी गड़बड़ी हुई। 70 हजार से अधिक मतदाताओं को गणना प्रपत्र (फॉर्म) मिले ही नहीं। अब फॉर्म जमा कराने की प्रक्रिया भी बेहद धीमी है।
प्रशासन ने सभी मतदाताओं को 4 दिसंबर तक गणना प्रपत्र भरकर जमा कराना अनिवार्य किया है। लेकिन नौ विधानसभा क्षेत्रों में फैले 36 लाख से अधिक मतदाताओं के लिए यह कार्य अभी अधूरा है। जिले में तैनात 3696 बीएलओ को घर-घर पहुंचकर एसआईआर फॉर्म बांटना और जमा कराना था, लेकिन ज़मीनी हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। कई BLO मतदाताओं तक पहुंचे ही नहीं, जिसके कारण लोग फॉर्म भरने से वंचित रह गए।
फॉर्म जमा कराने में भी सुस्ती
जिला प्रशासन ने दावा किया है कि गुरुवार तक करीब 13 लाख मतदाताओं के फॉर्म जमा हो चुके हैं। हालांकि शहरी विधानसभा क्षेत्र दक्षिण, उत्तर, छावनी और एत्मादपुर आंशिक में फॉर्म संकलन की स्थिति बेहद चिंताजनक है। समय कम है और काम का बोझ बढ़ता जा रहा है, जिससे पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थिति इतनी गंभीर है कि जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद बंगारी को स्वयं फील्ड में उतरकर घर-घर पहुंचना पड़ रहा है और मतदाताओं से फॉर्म भरने की अपील करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि अंतिम तिथि का इंतजार न करें; यदि फॉर्म नहीं मिला है तो आयोग की वेबसाइट से डाउनलोड कर भरें।
कमजोर बीएलओ के साथ लगाए गए अतिरिक्त कर्मचारी
समीक्षा में पता चला कि 500 से अधिक बीएलओ का प्रदर्शन बेहद खराब है। ऐसे कमजोर बीएलओ के साथ दो-दो अतिरिक्त कर्मियों को लगाया गया है ताकि वे शेष फॉर्म वितरण और संकलन का कार्य समय पर पूरा कर सकें। प्रशासन ने कुल मिलाकर एक हजार से अधिक कर्मचारियों को बीएलओ के सहयोग में लगाया है।
फॉर्म नहीं जमा किया तो कट जाएगा नाम
सबसे बड़ा खतरा उन लोगों पर मंडरा रहा है जिन्हें फॉर्म नहीं मिला या जिन्होंने अभी तक फॉर्म जमा नहीं किया। 9 दिसंबर को प्रकाशित होने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची से ऐसे मतदाताओं के नाम हट सकते हैं। बाद में उन्हें नोटिस जारी होगा, दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे और सत्यापन के बाद ही नाम दोबारा जुड़ सकेगा।
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2003 की मतदाता सूची से गायब हुए 500 से ज्यादा लोग
बोदला सराय क्षेत्र के 500 से अधिक लोगों ने शिकायत की है कि 2003 की मतदाता सूची में उनका नाम था, लेकिन इस बार एसआईआर फॉर्म भरते समय वह नाम सूची में नहीं मिल रहा। नागरिकों का दावा है कि उन्होंने भाग संख्या 99 से 118 तक मतदान किया था, लेकिन रिकॉर्ड में उनके नाम हटा दिए गए हैं। इसी तरह ताजगंज क्षेत्र की निवासी कश्मीरन ने शिकायत की कि उनका और उनके पति का नाम भी 2003 की सूची से गायब है, जबकि उनका परिवार 50 वर्षों से वहीं निवास कर रहा है और नियमित वोट डालता आ रहा है।
बीएलओ पर फॉर्म न बांटने का आरोप
नाई की मंडी निवासी रशीद खान ने बताया कि उनका नाम दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की भाग संख्या 92 के क्रमांक 677 पर दर्ज है, लेकिन बीएलओ अनुभिनंद कुलश्रेष्ठ बार-बार कहने पर भी उन्हें फॉर्म नहीं दे रहे। उन्होंने डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन सेंटर में भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अब तक उन्हें गणना फॉर्म नहीं मिला। उनका कहना है कि फॉर्म न मिलने के कारण उनका नाम सूची से कटने का खतरा है।