

सुल्तानपुर की सदर विधानसभा सीट के विधायक राज प्रसाद उपाध्याय उर्फ राजबाबू एक बार फिर चर्चा में है बेलहरी क्षेत्र के 84 बाबा आश्रम तक बनने वाली सड़क के निर्माण में लाखों रुपये रंगदारी मांगने का उन पर ठेकेदार ने आरोप लगाया है।
रंगदारी मांगने का बड़ा आरोप
सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर की सदर विधानसभा सीट के विधायक राज प्रसाद उपाध्याय उर्फ राजबाबू एक बार फिर चर्चा में है बेलहरी क्षेत्र के 84 बाबा आश्रम तक बनने वाली सड़क के निर्माण में लाखों रुपये रंगदारी मांगने का उन पर ठेकेदार ने आरोप लगाया है। भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी से विधायक पर रंगदारी के आरोप के बाद जिले का सियासी माहौल गर्म है वही मामले को लेकर अब अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी व विधायक के बयान में अंतर है। एक्सईन का कहना नही है गुडवत्ता से जुड़ा कोई मामला।लेकिन विधायक का कहना गुडवत्ता की करने गए थे जांच।वहीं डायरेक्टर शशि सिंह ने मुख्यमंत्री पोर्टल सहित आलाधिकारियों से कर डाली है शिकायत।
क्या है पूरा मामला
दरअशल ये पूरा मामला सदर विधानसभा के बिरसिंहपुर- पापरघाट शाहपुर हरवंशपुर मार्ग से जुड़ा हुआ है । करीब 8 किलोमीटर सड़क के चौड़ीकरण व पुनर्निर्माण का टेंडर हुआ था जिसका काम सिद्धार्थ इंफ़्रा हाइट प्राइवेट लिमिटेड ने हासिल किया था।16 अगस्त को ही चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ था। विद्यायक पर आरोप है कि विधायक द्वारा कंपनी के मैनेजर को बुलाकर 25 लाख की मांग की गई जिसपर कंपनी द्वारा इनकार कर दिया गया । जिसके बाद 16 अगस्त को विधायक राज प्रसाद उपाध्याय मौके पर अपने सहयोगियों के साथ पहुंचते हैं और वहां काम कर रहे मजदूरों व मैनेजर को गालियाँ देते हुए काम को बंद करवा देते हैं। इसी के बाद सिद्धार्थ इंफ़्रा हाइट फर्म की डायरेक्टर ने विधायक और उनके सहयोगियों पर मजदूरों के साथ गाली गलौज करने व लाखों रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराया व पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया।
भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं..
जब विधायक राज प्रसाद उपाध्याय व अधिशासी अधिकारी लोक निर्माण विभाग की डाक बंगले में होने की जानकारी मिली तो काफी संख्या में पत्रकार डाक बंगला पहुंचते है।जिसके बाद लगभग 1 घंटे के इंतज़ार के बाद अधिशासी अधिकारी अरुण कुमार मीडिया से बातचीत करते है।वही विधायक राज प्रसाद उपाध्याय से जब पत्रकारों ने बाइट लेनी चाही तो काफी देर वो कुछ भी बोलने से बचते नज़र आये । करीब 2 घंटे के इंतज़ार के बाद वो पत्रकारों से मिले व अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर मीडिया के सामने जवाब देते हैं। उनकी माने तो वह सदर विधानसभा के विधायक नहीं बल्कि चौकीदार है जनता द्वारा की गई शिकायतों की जांच करना विकास कार्य में गुणवत्ता लाना उनकी प्राथमिकता है। प्रदेश में योगी जी की जीरो टॉलरेंस की सरकार है कहीं भी भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।कमी होने पर अधिकारियों व शासन में शिकायत की जाएगी रंगदारी मांगने का आरोप बेबुनियाद है यहाँ विधायक जी ने अपने आप को सच्चा व सरल बताते हुए बार-बार अपने को जनता का चौकीदार बताया ।
8 किलोमीटर की सड़क की निविदा..
वहीं पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय अधिशाषी अभियंता अरुण कुमार की माने तो करीब 8 किलोमीटर की सड़क की निविदा निकाली गई थी इस सड़क पर खुदाई और गिट्टी भराई का काम शुरू हुआ है। फर्म ने लगभग 34% बिलो जाकर काम का टेंडर हासिल किया है अभी गुणवत्ता की जांच का सवाल नहीं है ठेकेदार द्वारा किसी प्रकार की रंगदारी की शिकायत उनके पास नहीं की गई है। वहीं उन्होंने विधायक जी के साथ पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में विकास कार्यों को लेकर चर्चा की बात तो स्वीकार की पर उपरोक्त प्रकरण में विधायक द्वारा कोई शिकायत न किए जाने की जानकारी दी।