

गोरखपुर यातायात पुलिस ने सड़क हादसों को रोकने और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए सघन अभियान चलाया है। इसके तहत स्पीड राडार से तेज रफ्तार वाहनों पर कार्रवाई की गई। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढे़ें पूरी खबर
ट्रैफिक पुलिस का विशेष अभियान
गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने और सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए यातायात पुलिस ने मंगलवार को व्यापक अभियान चलाया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर के निर्देश पर और पुलिस अधीक्षक यातायात के नेतृत्व में लिंक एक्सप्रेसवे से लेकर शहर के भीतरी इलाकों तक सघन चेकिंग की गई, जिसमें ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, लिंक एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार वाहनों के खिलाफ पुलिस ने स्पीड राडार गन का इस्तेमाल किया। छोटे चार पहिया वाहनों के लिए 100 किमी प्रति घंटा और भारी वाहनों के लिए 80 किमी प्रति घंटा की गति सीमा का उल्लंघन करने वाले 6 वाहनों का मौके पर चालान काटा गया।
हर दिन होगी चैकिंग
वहीं पुलिस अधीक्षक यातायात ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर ऐसी चेकिंग अब नियमित होगी, ताकि तेज रफ्तार के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। शहर के भीतरी हिस्सों में भी पुलिस ने ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों पर नकेल कसी। बिना जोन स्टीकर, बिना पंजीकरण और बिना लाइसेंस के चल रहे 122 ई-रिक्शाओं को मोटर वाहन अधिनियम के तहत सीज किया गया। इसके अलावा, हेलमेट न पहनने, गलत दिशा में वाहन चलाने, ओवरलोडिंग और अन्य उल्लंघनों के लिए 938 वाहनों के चालान किए गए।
पुलिस अधीक्षक यातायात ने कहा, "यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।" उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें, हेलमेट पहनें, गति सीमा का ध्यान रखें और सड़कों को सुरक्षित बनाने में सहयोग करें।
दरअसल, यह कार्रवाई शहरवासियों के लिए एक सख्त संदेश है कि यातायात नियमों का पालन न केवल कानूनी जिम्मेदारी है, बल्कि सुरक्षित सड़कों के लिए जरूरी भी है। पुलिस का यह कदम गोरखपुर को दुर्घटनामुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है
लगातार जारी है यातायात विशेष अभियान
गौरतलब है कि सड़क सुरक्षा को लेकर गोरखपुर यातायात पुलिस ने सोमवार को भी शहर के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर एक विशेष अभियान चलाया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर के निर्देश और पुलिस अधीक्षक यातायात के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी यातायात, नगर निगम प्रवर्तन दल और यातायात पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखना और सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण करना था। अभियान के दौरान शहर के विभिन्न इलाकों में नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई।
यातायात पुलिस ने सड़क किनारे अवैध रूप से खड़े वाहनों को हटवाया और अतिक्रमण को साफ कराया। बिना जोन स्टिकर, बिना रजिस्ट्रेशन और बिना ड्राइविंग लाइसेंस के चल रहे ई-रिक्शा व ऑटो चालकों पर भी शिकंजा कसा गया। कुल 122 ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम (एमवी एक्ट) के तहत कार्रवाई की गई।