

जैदपुर थाना क्षेत्र के मूर्तजीपुर गांव में संपर्क मार्ग के निर्माण को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन लगातार चौथे दिन जारी है। इस आंदोलन का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रामबरन वर्मा कर रहे हैं।
धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के लोग
Barabanki: बाराबंकी जिले के जैदपुर थाना क्षेत्र के मूर्तजीपुर गांव में संपर्क मार्ग के निर्माण को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के लोग लगातार चौथे दिन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस धरना का नेतृत्व जिलाध्यक्ष रामबरन वर्मा कर रहे हैं। किसान यूनियन के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण इस मांग को लेकर सरकार के संबंधित विभाग से वार्ता की लगातार कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी आज भी धरना स्थल पर नहीं पहुंचे और न ही किसी प्रकार की बातचीत हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, रामबरन वर्मा ने बताया कि पहले संबंधित विभाग को मूर्तजीपुर संपर्क मार्ग के निर्माण के लिए कई बार आवेदन दिया गया था। उन्होंने कहा था कि अगर 2 अगस्त तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो 3 अगस्त से धरना प्रदर्शन किया जाएगा। लेकिन मांगों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई न होने के कारण धरना शुरू करना पड़ा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह धरना अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा जब तक संबंधित विभाग उनकी मांग पूरी नहीं करता।
किसानों ने बताई अपनी परेशानी
धरना प्रदर्शन में शामिल किसान व ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में बेहद महत्वपूर्ण है। संपर्क मार्ग के न बनने से स्कूल, अस्पताल और बाजार तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। बच्चों और बुजुर्गों को खासा असुविधा हो रही है। साथ ही खेतों से फसल ले जाने में भी बाधा आ रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मार्ग के निर्माण से ग्रामीणों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा।
भारतीय किसान यूनियन ने पीडब्ल्यूडी विभाग से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन विभाग की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इस निष्क्रियता से किसान व ग्रामीण काफी निराश हैं। उन्होंने अधिकारियों के इस रवैये को ग्रामीणों के साथ अन्याय बताया है।
धरना प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाएं
इस धरना प्रदर्शन में शामिल महिलाओं और युवाओं ने भी अपनी आवाज उठाई है और बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, वे धरना जारी रखेंगे। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि वे जल्द से जल्द समस्या का समाधान करें और संपर्क मार्ग का निर्माण कर उन्हें राहत दें।
इस पूरे मामले में प्रशासन की चुप्पी और अधिकारियों का संवाद से बचना किसान समुदाय में आक्रोश पैदा कर रहा है। वहीं, भारतीय किसान यूनियन के नेताओं का कहना है कि अगर अधिकारियों ने जल्द ही उनकी बात नहीं सुनी, तो वे अपनी लड़ाई और तेज करेंगे और बड़े पैमाने पर आंदोलन की तैयारी करेंगे।
बाराबंकी के ग्रामीण इलाकों में संपर्क मार्ग निर्माण की समस्या पुरानी है, लेकिन इस बार किसान यूनियन ने इसे लेकर संगठित होकर आवाज उठाई है। उनका मानना है कि सड़कों जैसी बुनियादी जरूरतों को नजरअंदाज करना ग्रामीण विकास के मार्ग में बड़ी बाधा है। रामबरन वर्मा ने एक बार फिर प्रशासन से आग्रह किया है कि वे किसानों और ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द संपर्क मार्ग का निर्माण कराकर किसानों की परेशानियों को दूर करें। उनका कहना है कि यह धरना तब तक खत्म नहीं होगा जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती।