

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में महिला को छेड़छाड़ का विरोध करना भारी पड़ गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कोतवाली असंद्रा (फाइल फोटो)
बाराबंकी: जनपद के असन्द्रा थाना क्षेत्र में महिला को घर में अकेला पाकर दबंगो द्वारा छेड़छाड़ का मामला सामने आयाय है, जंहा छेड़छाड़ का विरोध करना महिला को भारी पड़ गया। कुछ ही देर बाद वापस आए दबंगों ने महिला के परिवार पर हमला करते हुए दो बच्चों को जमीन पर पटक दिया, वहीं पूरे परिवार की जमकर पिटाई की गई। पूरे मामले की शिकायत के बावजूद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करना तो दूर चिकित्सीय परीक्षण तक नहीं कराया जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर रहा हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने पुलिस को बताया कि 17 अप्रैल की दोपहर वह घर पर अकेली थीं और उसके बच्चे बाहर खेल रहे थे। तभी संदीप कुमार जबरन घर में घुस आया और उनके साथ अश्लील हरकतें करने लगा। उसने उन्हें जमीन पर पटक दिया और जबरदस्ती करने का प्रयास किया। महिला ने विरोध करते हुए किसी तरह खुद को छुड़ाने के बाद घर का दरवाजा बंद कर लिया।
दबंगो ने छेडछाड़ के बाद किया परिवार पर हमला
घटना से सहमी महिला ने चुप्पी साध ली, लेकिन इसी शाम को दूसरी घटना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। जब महिला के पति आंधी-तूफान में गिरे टीन शेड को ठीक कर रहे थे, तभी संदीप कुमार, उसका भाई श्रवण कुमार, पिता अयोध्या प्रसाद और मां सुरसती एकराय होकर हथियारों से लैस होकर पहुंच गए। इन लोगों ने उसके पति पर हमला कर दिया और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। जब महिला और उनके बच्चे बीच-बचाव को दौड़े तो आरोपियों ने उन्हें भी नहीं बख्शा और जमकर मारपीट की और बच्चों को जमीन पर पटक दिया गया।
पीडि़त परिवार ने घटना की सूचना तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को दी गई, पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन आरोप है कि थाने भेजने के बावजूद पीड़िता और घायलों का ना ही मेडिकल कराया गया और ना ही एफआईआर दर्ज की गई। घटना से आहत महिला ने पुलिस का पूरे मामले पर लचर व्यावाहर देखते हुए महिला ने एसपी से शिकायत की तब जाकर रिपोर्ट दर्ज की गई।