Axiom-4 Mission: शुभांशु शुक्ला 18 दिन बाद ISS से लौटेंगे, परिवार को बेसब्री से इंतजार

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सोमवार को 18 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से पृथ्वी पर लौटेंगे। उनका यह मिशन Axiom-4 के तहत था और अब उनके परिवार में खुशी की लहर है। शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला और मां आशा शुक्ला उनके सुरक्षित लौटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं और स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 14 July 2025, 10:57 AM IST
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Lucknow News: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 18 दिन बाद सोमवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। Axiom-4 मिशन के तहत शुभांशु तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरिक्ष में यात्रा कर रहे थे। यह उनके जीवन का महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक पल है, क्योंकि इस मिशन के जरिए उन्होंने अंतरिक्ष यात्रा के नए आयामों को छुआ है। अब उनका सफर पृथ्वी के लिए शुरू होने वाला है, और इस घटना का पूरा देश इंतजार कर रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, Axiom-4 मिशन में शुभांशु के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी अंतरिक्ष में थे और मिशन ने विज्ञान, तकनीकी विकास और अंतरिक्ष के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हालांकि, यह सिर्फ शुभांशु के लिए नहीं, बल्कि उनके परिवार के लिए भी एक ऐतिहासिक पल है।

परिवार में खुशी का माहौल

शुभांशु के परिवार में खुशी की लहर है। उनके माता-पिता शंभू दयाल शुक्ला और आशा शुक्ला लखनऊ में बेटे के लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। एएनआई से बातचीत में पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा हम काफी उत्साहित हैं। बेटे के स्वागत के लिए तैयार हैं। आज शाम को अनडॉकिंग होगी। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि उनका मिशन पूरा हो गया है। सभी को उनके लौटने का इंतजार है। शंभू दयाल शुक्ला ने आगे कहा हम सुबह मंदिर गए। घर पर भी पूजा-अर्चना की। हमने भोलेनाथ से प्रार्थना की है कि वे हमें आशीर्वाद दें कि बेटा और उसके साथ पृथ्वी पर सुरक्षित उतरें। हमें उन पर बहुत गर्व है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारा बेटा इतनी ऊंचाइयों को छुएगा। हमें लगता है कि हम भाग्यशाली हैं कि हमारे घर ऐसा बेटा पैदा हुआ, जिसके नाम से हम लोग जाने जाते हैं।

शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने भी अपनी भावनाओं का इज़हार करते हुए कहा हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह अपना मिशन सफलतापूर्वक पूरा करें और जल्द से जल्द धरती पर वापस आकर हमसे मिलें। हम उनका भव्य स्वागत करेंगे।

Axiom-4 मिशन: एक बड़ी सफलता

Axiom-4 मिशन के तहत शुभांशु शुक्ला और उनके साथियों ने अंतरिक्ष में बहुत कुछ नया सीखा और वहां के वातावरण को बेहतर ढंग से समझने का मौका पाया। यह मिशन न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की शक्ति और वैश्विक स्थिति को भी दर्शाता है। शुभांशु शुक्ला ने इस मिशन में भाग लेकर भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर गर्व से रोशन किया है।

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