

क्षेत्र में डेंगू और मलेरिया जैसे संक्रामक रोगों के मामलों में वृद्धि की आशंका है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
अमरोहा में ब्लड कंपोनेंट यूनिट बनी मरीजों का सहारा ( सोर्स- इंटरनेट )
अमरोहा: इस वर्ष गर्मी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने की संभावना जताई गई है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसे संक्रामक रोगों के मामलों में वृद्धि की आशंका है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। जिले के नौगांवा सादात क्षेत्र और अमरोहा शहर के 14 मोहल्लों समेत कुल 74 गांवों को डेंगू-मलेरिया के लिहाज से संवेदनशील घोषित किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, हर साल गर्मी और बरसात के मौसम में इन बीमारियों के बढ़ते मामलों से स्वास्थ्य तंत्र पर दबाव बढ़ता है, खासकर जब मरीजों को प्लेटलेट्स और अन्य ब्लड कंपोनेंट्स के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। जिला अस्पताल में अब ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की शुरुआत हो चुकी है, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
यह यूनिट पूरी तरह चालू कर दी गई है। यहां मरीजों को प्लेटलेट्स, प्लाज्मा, पीआरबीसी (पैक्ड रेड ब्लड सेल्स) और क्रायोप्रेसीपिटेट जैसी सुविधाएं एक ही स्थान पर मिल सकेंगी। खास बात यह है कि जिला अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों को ये सभी सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएंगी। हालांकि, निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को इसके लिए तय शुल्क देना होगा।
ब्लड बैंक की क्षमता फिलहाल 300 यूनिट है और प्रतिदिन औसतन 15-20 यूनिट की खपत होती है। मरीजों की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए शासन ने 2021 में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की स्थापना का फैसला लिया था। दो वर्षों में यूनिट की बिल्डिंग का निर्माण और मशीनों की स्थापना का कार्य पूरा हुआ, लेकिन करीब एक साल तक लाइसेंस संबंधी प्रक्रियाएं अटकी रहीं। केंद्र सरकार से लाइसेंस मिलने के बाद ही यूनिट को चालू किया जा सका।
अब जबकि यह यूनिट पूरी तरह कार्यरत है, तो गर्मी और बरसात के मौसम में डेंगू व मलेरिया के मरीजों को इलाज के दौरान बड़ी राहत मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे साफ-सफाई बनाए रखें और लक्षण नजर आने पर तुरंत अस्पताल पहुंचें। जिला अस्पताल की यह सुविधा न केवल मरीजों बल्कि पूरे जिले के लिए जीवनरक्षक साबित हो सकती है।