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अलीगढ़ पुलिस ने अंतर्राज्यीय वास गैंग का खुलासा करते हुए छह शातिर टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है। गैंग पैसे और गहने दोगुने करने के नाम पर ठगी करता था। पुलिस ने कार, नकदी और ठगी का सामान बरामद किया है।
पैसे दोगुने का जाल (Img: Google)
Aligarh: भरोसे की एक छोटी सी चूक और पलक झपकते ही जिंदगी भर की कमाई गायब। ठीक इसी अंदाज में लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय वास गैंग का अलीगढ़ पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। असली नोटों के बीच कागज के नकली नोटों की गड्डी लगाकर, पैसे और गहने दोगुने करने का झांसा देकर यह गैंग लंबे समय से लोगों को निशाना बना रहा था।
पुलिस के मुताबिक, यह गैंग बेहद शातिर तरीके से काम करता था। पहले शिकार से दोस्ती गांठी जाती थी, फिर उसे यह भरोसा दिलाया जाता था कि खास तकनीक से पैसे, गहने या महंगी चीजें दोगुनी की जा सकती हैं। असली नोटों के बीच कागज की गड्डी लगाकर लोगों को विश्वास में लिया जाता था। इसके बाद गैंग का ही एक सदस्य नकली पुलिस वर्दी पहनकर मौके पर पहुंचता और भगदड़ जैसी स्थिति बना दी जाती थी। इसी अफरा-तफरी में ठगी को अंजाम देकर आरोपी फरार हो जाते थे।
बन्नादेवी थाना पुलिस और क्षेत्राधिकारी द्वितीय कमलेश कुमार की टीम ने इस शातिर गिरोह के सरगना समेत छह टप्पेबाजों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया है कि यह गैंग दिल्ली से ऑपरेट होता था और अलग-अलग राज्यों में घटनाओं को अंजाम देता था। गिरफ्तार आरोपियों में बिहार, बस्ती, गोंडा और अलीगढ़ के निवासी शामिल हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरोह में महिलाएं भी सक्रिय भूमिका निभा रही थीं।
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार, नोट गिनने की मशीन, नगदी, फर्जी दस्तावेज और टप्पेबाजी में इस्तेमाल होने वाला अन्य सामान बरामद किया है।
क्षेत्राधिकारी द्वितीय कमलेश कुमार ने बताया कि टप्पेबाजी और ठगी करने वाले किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे। आम लोगों से अपील की गई है कि पैसे दोगुने करने या किसी भी लालच में न आएं। ऐसे मामलों की तुरंत पुलिस को सूचना दें।