अलीगढ़: इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने आज 40 जिलों में जिला और सत्र न्यायाधीशों के बड़े पैमाने पर तबादले के आदेश जारी किए। इस सूची में अलीगढ़ का नाम भी शामिल है, जहां संजय कुमार मलिक को अलीगढ़ का नया जिला एवं सत्र न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
पिछली पोस्टिंग और अनुभव
पिछली पोस्टिंग:जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बागपत
नई पोस्टिंग: जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अलीगढ़
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, बागपत में अपने कार्यकाल के दौरान संजय कुमार मलिक ने अपराध नियंत्रण और सिविल विवादों में त्वरित न्याय सुनिश्चित किया। जल संसाधन योजनाओं और महिला सुरक्षा मामलों से संबंधित भूमि विवादों में उनकी संवेदनशील सुनवाई की विशेष रूप से सराहना की गई
नई जिम्मेदारियां और प्राथमिकताएं
पिछले साल अलीगढ़ में करीब 12,000 सिविल और आपराधिक मामले लंबित थे। मलिक का मुख्य लक्ष्य फास्ट-ट्रैक बेंच के माध्यम से इन मामलों के निपटारे में कम से कम 50% की तेजी लाना होगा। हाईकोर्ट के निर्देश पर ऑनलाइन फाइलिंग और वर्चुअल सुनवाई की सुविधा को पूरी तरह लागू करके वादकारियों को वास्तविक समय में मामलों की स्थिति देखने को मिलेगी। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में “न्याय जागरूकता शिविर” आयोजित करके किसानों, महिला समूहों और युवा वकीलों को उनके कानूनी अधिकारों और राहत उपायों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
अलीगढ़ का न्यायिक परिदृश्य
अलीगढ़ में कृषि भूमि विवाद, शहरी विकास परियोजनाओं से संबंधित अनुबंध मामलों और शैक्षणिक संस्थानों के अनुशासनात्मक मामलों में हर दिन नई दलीलों के कारण न्यायिक प्रक्रिया धीमी रही है। नए न्यायाधीश की नई दृष्टि से न्यायालय में दक्षता और जनता का विश्वास दोनों बढ़ने की उम्मीद है।
अगले सप्ताह पुलिस अधीक्षक और सरकारी अभियोजकों के साथ रणनीतिक बैठक। जून 2025 तक कम से कम दो विशेष बेंच बनाकर 1000 लंबित मामलों को निपटाने का लक्ष्य। प्रगति रिपोर्टिंग और सार्वजनिक समीक्षा महीने में दो बार की जाएगी। मलिक के अनुभव और आधुनिक न्यायिक उपकरण अलीगढ़ की न्यायिक प्रणाली में नवीनता और पारदर्शिता लाएंगे, जिससे आम वादकारियों और व्यापारिक समुदाय को त्वरित और विश्वसनीय न्याय मिल सकेगा।