

लखीमपुर खीरी में गन्ना कृषकों के हित में जिला गन्ना अधिकारी ने औचक निरीक्षण किया। पूरी खबर को जानने के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये स्पेशल रिपोर्ट
पलिया क्षेत्र में जिला गन्ना अधिकारी का औचक निरीक्षण
पलिया कलां: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां कृषि एवं कृषक कल्याण को समर्पित प्रशासनिक प्रयासों की एक कड़ी में जिला गन्ना अधिकारी वेदप्रकाश सिंह ने पलिया चीनी मिल क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम मकनपुर का औचक निरीक्षण किया।
यही नहीं, उन्होंने इस दौरान गन्ना सर्वेक्षण कार्य की गहन समीक्षा की। प्रगतिशील कृषक अरविंद चौधरी के खेत में सीओ 15023 (शरद) प्रजाति के .492 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किए जा रहे सर्वेक्षण को उन्होंने विधिवत परखा, जो निर्धारित मानकों के अनुरूप व संतोषजनक पाया गया।
निरीक्षण में मौजूद रहे ये अधिकारी
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक इस अवसर पर उनके साथ जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मिथिलेश पांडेय, सचिव देवेंद्र कुमार यादव एवं सहायक महाप्रबन्धक (गन्ना) जितेन्द्र सिंह राणा भी उपस्थित रहे। निरीक्षण में पेड़ी, पौधा एवं प्रजातिवार रकबा सम्यक रूप से दर्ज पाया गया।
कृषकों ने की सर्वेक्षण प्रक्रिया की सराहना
ग्राम वासियों से संवाद के क्रम में वेदप्रकाश सिंह ने जाना कि सर्वे कार्य के संबंध में कृषकों को पूर्व सूचना एसएमएस द्वारा प्राप्त हो रही है तथा चीनी मिल एवं सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड के सर्वेकर्ता संयुक्त रूप से यह कार्य पूरी पारदर्शिता और निष्ठा से कर रहे हैं। कृषकों ने संतोष व्यक्त करते हुए सर्वेक्षण प्रक्रिया की सराहना की।
सहायक महाप्रबन्धक ने कहा- समय-समय पर सिंचाई और गुड़ाई करें
सहायक महाप्रबन्धक (गन्ना) ने उपस्थित कृषकों से अपील की है कि गर्मी की तीव्रता को देखते हुए समय-समय पर सिंचाई और गुड़ाई करें, जिससे खेतों में नमी बनी रहे एवं कीट और रोग नियंत्रण हेतु समुचित उपचार सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने बताया कि फफूंदनाशक एवं कीटनाशक औषधियाँ चीनी मिल अथवा समिति के माध्यम से संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर प्राप्त की जा सकती हैं।
जितेन्द्र सिंह ने कृषकों से किया आग्रह
अंत में जितेन्द्र सिंह राणा ने कृषकों से आग्रह किया कि जो किसान अभी तक समिति के सदस्य नहीं बने हैं, वे 30 सितम्बर 2025 तक सदस्यता ग्रहण कर लाभान्वित हों। वहीं, उन्होंने इसके अलावा कृषकों को कई अन्य सलाह भी दी , जो उनके जीवन में काफी काम आने वाली है। बता दें कि वेदप्रकाश सिंह का यह निरीक्षण खेती और कृषकों दोनों के लिए फायदेमंद हुआ।