

यह अभियान न केवल अवैध यात्री परिवहन को रोकने की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि यह यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और परिवहन विभाग की आय बढ़ाने के लिए भी प्रभावशाली पहल मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि गोरखपुर में कानून का राज स्थापित करने और परिवहन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए इस तरह की कार्रवाइयों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
गोरखपुर में अवैध सवारी ढोने वाले वाहनों पर चला सख्त डंडा
शनिवार को परिवहन विभाग और आरटीओ की संयुक्त टीम ने रोडवेज परिसर में अचानक छापेमारी की। जैसे ही वाहन चालकों को कार्रवाई की भनक लगी, कई चालक मौके से वाहन छोड़कर फरार हो गए। विभाग ने ऐसे वाहनों को क्रेन की मदद से जब्त कर थाने में निरुद्ध कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ से जिम्मेदार अफसर ने की बातचीत
डाइनामाइट न्यूज़ से बात करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार ने कहा, "यह कार्रवाई उन चालकों के लिए एक सख्त संदेश है जो नियमों की धज्जियां उड़ाकर अवैध रूप से सवारी ढोते हैं। रोडवेज परिसर में प्राइवेट वाहनों द्वारा सवारी भरना पूरी तरह निषिद्ध है। इससे यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती है और साथ ही परिवहन निगम को भारी राजस्व नुकसान उठाना पड़ता है।"
आगे भी चलेगा एक्शन
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में अगर कोई वाहन चालक दोबारा ऐसी गतिविधियों में संलिप्त पाया गया तो और कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिसमें चालान, वाहन सीज और लाइसेंस निरस्तीकरण तक की प्रक्रिया शामिल हो सकती है।
मौके पर टीम मौजूद रही
इस अभियान का नेतृत्व क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार ने किया। उनके साथ सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक महेश लाल, यात्री कर अधिकारी वीके आनंद समेत अन्य परिवहन विभाग और आरटीओ के अधिकारी के साथ कर्मचारी मौजूद रहे। अभियान को व्यवस्थित और प्रभावशाली ढंग से अंजाम दिया गया।