

बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए हिंसक प्रदर्शन ने यूपी सरकार को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि अब यूपी में नाकाबंदी और कर्फ्यू का दौर नहीं लौटेगा।
बरेली हिंसा
Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भारी बवाल हो गया। 'आई लव मोहम्मद' के समर्थन में हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें पथराव, तोड़फोड़ और पुलिस पर फायरिंग जैसे गंभीर घटनाक्रम देखने को मिले। इस घटना के बाद पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस सतर्क है।
इस मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पहले उन्हें उनके आवास पर हाउस अरेस्ट किया गया था और फिर देर रात उन्हें पूछताछ के लिए अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। पुलिस उनके मोबाइल और उनके करीबी सहयोगियों के इलेक्ट्रॉनिक डेटा की जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हिंसा में उनकी कोई भूमिका रही या नहीं।
बरेली हिंसा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में हुई हिंसा को लेकर एक सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि सत्ता किसके हाथ में है। हमने यह स्पष्ट कर दिया कि न नाकाबंदी होगी, न कर्फ्यू लगेगा। जो सबक हमने सिखाया है, वह आने वाली पीढ़ियों को याद रहेगा।
बरेली हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 10 एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें 1700 अज्ञात और कई नामजद लोग शामिल हैं। अब तक कुल 39 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया की मदद से अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रदर्शन को लेकर पहले से रणनीति बनाई गई थी। तौकीर रज़ा और उनके समर्थकों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड, सोशल मीडिया ग्रुप और चैट्स की जांच की जा रही है। यदि यह साबित होता है कि हिंसा की साजिश पहले से रची गई थी, तो इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) और गैंगस्टर एक्ट जैसी कड़ी धाराएं लगाई जा सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा कि 2017 से पहले यूपी में पेशेवर अपराधियों को संरक्षण मिलता था। सत्ता उनके कुत्तों तक से हाथ मिलाती थी। इस तीखी टिप्पणी ने योगी सरकार की "जीरो टॉलरेंस" नीति को फिर से उजागर कर दिया है। योगी ने कहा कि अब राज्य में कोई भी व्यक्ति दंगे या हिंसा फैलाकर कानून व्यवस्था को चुनौती नहीं दे सकता। सरकार हर हाल में शांति और कानून का राज बनाए रखने को प्रतिबद्ध है।
घटना के बाद बरेली और आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। आईजी स्तर के अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं और रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।