बहराइच में बड़ा हादसा: कौड़ियाला नदी में नाव डूबने से 22 लोग लापता, प्रशासन ने तलाश अभियान किया तेज

कतर्नियाघाट में कौड़ियाला नदी में एक नाव डूबने से 22 लोग लापता हो गए हैं, जबकि चार लोग तैर कर सुरक्षित बाहर निकल आए हैं। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और स्थानीय लोग भी मदद में जुटे हैं।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 29 October 2025, 9:56 PM IST
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Bahraich: बहराइच के कतर्नियाघाट इलाके के ट्रांस गेरुआ क्षेत्र में बुधवार देर शाम कौड़ियाला नदी में एक नाव डूबने से हड़कंप मच गया। नाव पर सवार 26 ग्रामीण खैरटिया बाजार से खरीदारी करके लौट रहे थे, जब अचानक नदी में तेज बहाव के कारण नाव पलट गई। हादसे में चार लोग तैर कर सुरक्षित बाहर निकल आए हैं, जबकि बाकी 22 लोग लापता हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

नदी में तेज बहाव के कारण नाव पलटी

घटना शाम करीब 6 बजे के आस-पास हुई, जब गांव के लोग खैरटिया बाजार से सामान खरीदने के बाद अपनी रोजमर्रा की यात्रा पर लौट रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही नाव नदी के तेज बहाव में आई, वह अचानक अनियंत्रित हो गई और पलट गई। बताया जा रहा है कि हाल ही में चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोलने के बाद नदी में तेज बहाव बढ़ गया था, जिससे यह हादसा हुआ। नाव में सवार 26 लोगों में से 22 लोग अब तक लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए बचाव अभियान जारी है।

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बचाव कार्य में जुटे अधिकारी और स्थानीय लोग

हादसे की जानकारी मिलते ही एसडीएम मिहींपुरवा रामदयाल, तहसीलदार, और थानाध्यक्ष सुजौली प्रकाश चंद्र शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों का निरीक्षण किया। फौरन स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीमें नदी में लापता लोगों की खोज में जुट गईं हैं। इसके अलावा, ग्रामीणों की मदद से भी नदी के किनारे तलाश की जा रही है, हालांकि नदी का तेज बहाव और अंधेरा बचाव कार्य में रुकावट डाल रहे हैं।

सुरक्षित बचने वालों की पहचान

घटना में चार लोग सुरक्षित बचने में सफल रहे हैं। इनमें लक्ष्मी नारायण (पुत्र विसेसर), रानी देवी (पत्नी रामाधार), ज्योति (पुत्री आनंद कुमार), और हरिमोहन (पुत्र रामकिशोर) शामिल हैं। ये लोग तैर कर नदी से बाहर आ गए और अब पुलिस और प्रशासन के साथ राहत कार्यों में सहायता कर रहे हैं। इनके बयान से हादसे के बारे में कुछ अहम जानकारी मिल सकती है।

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लापता लोगों की तलाश में प्रशासन की जुटी टीमें

वर्तमान में, लापता लोगों की तलाश के लिए प्रशासन ने तलाशी अभियान को तेज कर दिया है। इस दौरान बोट और सर्च टीमों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ, गांव के लोग भी अपने स्तर पर खोजबीन कर रहे हैं। लेकिन अंधेरे और नदी के तेज बहाव के कारण यह कार्य आसान नहीं हो रहा है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे बिना किसी संरक्षित मार्ग के नदी के करीब न जाएं।

नदी के तेज बहाव को लेकर चिंता

स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल ही में चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोले जाने से नदी में पानी का बहाव काफी तेज हो गया था, जो इस हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि यह एक नियमित मार्ग है, जिस पर नावों का आना-जाना होता है, लेकिन पानी के बहाव में वृद्धि ने इसे खतरनाक बना दिया है। यह घटना सुरक्षा मानकों और नदी के प्रबंधन पर सवाल उठाती है, खासकर ऐसे समय में जब बैराज के गेट खोले गए थे।

घटनास्थल पर प्रशासनिक अधिकारियों की स्थिति

घटनास्थल पर एसडीएम मिहींपुरवा रामदयाल और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं, जो राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। साथ ही, तहसीलदार और थानाध्यक्ष घटनास्थल पर मौजूद हैं, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति का तुरंत समाधान किया जा सके। प्रशासन ने आसपास के इलाकों को सुरक्षित किया है और सुनिश्चित किया है कि अधिक लोग हादसे का शिकार न हो सकें।

घटना की जांच जारी

फिलहाल प्रशासन और पुलिस ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच के अनुसार, नदी में बढ़े हुए पानी और तेज बहाव के कारण नाव के पलटने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन अधिकारी इसे पूरी तरह से स्पष्ट करने के लिए और जांच कर रहे हैं। नदी में पानी के बहाव की स्थिति और नाव के ओवरलोड होने का भी आकलन किया जा रहा है। घटना के बाद हुए नुकसान का आंकलन भी शुरू किया जा चुका है।

 

Location : 
  • Bahraich

Published : 
  • 29 October 2025, 9:56 PM IST