बच्चियों की पोर्नोग्राफी करने वाला मथुरा में अरेस्ट, सीबीआई ने जब्त की ऐसी चीजें, जानकर उड़ जाएंगे आपके होश

सीबीआई ने मथुरा में एक बड़ा खुलासा किया है। एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया, जो बच्चियों की पोर्नोग्राफी करता है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 21 June 2025, 8:49 PM IST
google-preferred

मथुरा: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मथुरा में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो नाबालिग बच्चों के खिलाफ चाइल्ड पोर्नोग्राफी के अपराध में संलिप्त था। इस मामले का खुलासा करते हुए सीबीआई ने बताया कि आरोपी के घर से बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच से पता चला है कि इन उपकरणों में नाबालिग बच्चों की अश्लील तस्वीरें और वीडियो मौजूद हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, 19 जून को CBI ने आरोपी के घर पर तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान घर से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, स्मार्टफोन और मेमोरी कार्ड आदि जब्त किए गए। इन उपकरणों की विस्तृत फोरेंसिक जांच में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक फोटो और वीडियो पाए गए। इन सामग्री की पुष्टि इंटरपोल के अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण (आईसीएसई) डेटाबेस, गूगल की रिपोर्ट और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (14सी) गृह मंत्रालय के साथ साझा की गई जानकारी के आधार पर की गई।

CTR की मदद से सीबीआई यहां पहुंची

सीबीआई ने साइबर टिप लाइन रिपोर्ट (CTR) का भी सहारा लिया। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच से पता चला कि इनमें नाबालिग बच्चों के साथ बलात्कार, यौन उत्पीड़न और धमकी देने के वीडियो और तस्वीरें मौजूद हैं। इस अपराध में शामिल आरोपी ने इन अश्लील सामग्री को मथुरा में ही तैयार किया था।

अब आगे सीबीआई क्या करेगी?

पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों ने इस मामले में किसी भी तरह की शिकायत सीबीआई से पहले नहीं की थी। न ही किसी अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसी को इस जघन्य अपराध के बारे में सूचित किया गया था। सीबीआई ने अपने संसाधनों का उपयोग कर नाबालिग पीड़ित बच्चों की पहचान करने, उनका पता लगाने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य किया।

सीबीआई कर रही पूछताछ

आरोपी को 21 जून को गिरफ्तार किया गया और वह अभी भी CBI की हिरासत में है। इस मामले में अभी भी जांच जारी है। सीबीआई ने यह भी बताया कि इस तरह के जघन्य अपराधों में पीड़ितों की पहचान करने, उन्हें बचाने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए साइबर इंटेलिजेंस, हाई-टेक फोरेंसिक टूल्स और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का सक्रिय रूप से उपयोग किया जा रहा है।

Location : 

Published :