

तेज धूप व उमस के बावजूद मंजीठा मेला में श्रद्धालुओं का हजूम उमड़ पड़ा। कतार में लगकर गुरूवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नाग देवता मंदिर पहुंचकर मिट्टी की मलिया में दूध व चावल चढ़ा कर दर्शन पूजन किया। पुरुष और महिलाओं की अलग लाइन करीब एक किलोमीटर थी। बुधवार की शाम से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था।
नाग देवता मंदिर (सोर्स इटरनेट)
Barabanki: तेज धूप व उमस के बावजूद मंजीठा मेला में श्रद्धालुओं का हजूम उमड़ पड़ा। कतार में लगकर गुरूवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नाग देवता मंदिर पहुंचकर मिट्टी की मलिया में दूध व चावल चढ़ा कर दर्शन पूजन किया। पुरुष और महिलाओं की अलग लाइन करीब एक किलोमीटर थी। बुधवार की शाम से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मजीठा के ऐतिहासिक नाग देवता मेले में प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा से मेला लगता है। मेले का शुभारंभ राज्य मंत्री सतीश शर्मा ने गुरूपूर्णिमा से एक दिन पहले किया था।श्रीनाग देवता के इस पौराणिक मंदिर में जनपद ही नहीं लखीमपुर,सीतापुर,गोंडा, बहराइच,बलरामपुर,श्रावस्ती , लखनऊ,रायबरेली,उन्नाव सहित आसपास के कई जनपदों के लोगों में जबरदस्त आस्था है। खास तौर से यहां पर मिट्टी की मालिया में दूध व चावल चढ़ाने की परंपरा है।
मान्यता है कि यहां से मिट्टी की मलिया को घर में ले जाकर किसी स्थान पर रख देने से सर्प भय नहीं रहता है। दूर दराज के जनपदों से लोग अपने निजी वाहन बस मोटरसाइकिल अन्य साधनों से मेंला पहुंचे, तो आसपास के लोग भी पगडंडियों से लेकर सड़क मार्ग होते हुए मंजीठा मेले में
धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी बढ़ गई की। मेला कमेटी द्वारा लगाए गए वॉलिंटरों को नियंत्रण करना मुश्किल हो गया। अधिक भीड़ का दबाव हो जाने के कारण रात करीब 12 बजे के आसपास नागदेवता मंदिर से करीब 50 मीटर बैरिकेडिंग टूट गई। इसमें कई श्रद्धालु मामूली रूप से चोटिल हो गए।इस दौरान कोई पुलिस कर्मी वहां तैनात नहीं देखा गया।भारी पुलिस बल को भी मेले की भीड़ को नियंत्रित करने काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा।भक्तों ने दूध चावल, पुष्प अच्छत चढ़ा कर की कामनाः विकास खंड सिद्धौर क्षेत्र के पौराणिक ऐतिहासिक सैदपुर पोरई,कोपवा,मदारपुर अमर सिंह,शाहाबाद गुरुवार को नाग देवता की बावी पर हजारों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर श्रद्धा पूर्वक मिट्टी से बने करवा भुडकी में दूध चावल अच्छत पुष्प डालकर नाग देवता पर चढा कर पूजा अर्चना की और मिन्नते मांगी। सुबह से ही श्रद्धालु दो पहिया चार पहिया वाहनों व पैदल चलकर पुरुष महिलाएं बच्चे दिनभर नाग देवता मंदिर पर भीड़ लगी रही।
पति-पत्नी के रिश्ते को टूटने से बचाया, गोरखपुर परिवार परामर्श केंद्र की काउंसलिंग ने दिया नया जीवन