

रेवती कस्बे में पांच वर्षीय बच्ची के साथ पड़ोस के युवक ने अश्लील हरकत की। बच्ची घायल अवस्था में घर पहुंची। पुलिस ने केस तो दर्ज किया, लेकिन आरोपी अब भी फरार है और मेडिकल जांच नहीं हुई।
बलिया में के साथ दरिंदगी का प्रयास (Img- Freepik)
Ballia: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद रेवती थाना क्षेत्र में एक बेहद शर्मनाक और अमानवीय घटना सामने आई है, जहां एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची के साथ पड़ोस में रहने वाले युवक ने दरिंदगी का प्रयास किया। यह सनसनीखेज मामला बीते दिन का है, जब कस्बे की रहने वाली बच्ची हनुमान मंदिर के पास खेल रही थी। तभी मोहल्ले में ही रहने वाला ऐलीस सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह (निवासी वार्ड नंबर-चार, रेवती कस्बा) उसे बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया।
परिजनों का आरोप
परिजनों का आरोप है कि आरोपी युवक ने बच्ची के साथ अश्लील हरकत की, जिससे बच्ची को गंभीर शारीरिक चोट आई और खून बहने लगा। रोती-बिलखती बच्ची जब किसी तरह घर पहुंची तो उसके कपड़े खून से सने हुए थे। यह देख परिजन दहल उठे और तुरंत बच्ची को निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए।
परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार, घटना के बाद से बच्ची मानसिक रूप से बुरी तरह डरी-सहमी हुई है। वह किसी से बात नहीं कर रही है और न ही किसी के पास जा रही है। हालांकि वह आरोपी को पहचान रही है, लेकिन भय और सदमे की स्थिति में है। यह घटना न केवल मानवता को झकझोरने वाली है, बल्कि समाज में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
घटना की सूचना पर रेवती पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़, यौन शोषण और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन सबसे चिंता की बात यह है कि समाचार लिखे जाने तक न तो आरोपी की गिरफ्तारी हो पाई है और न ही पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। पुलिस की यह लापरवाही स्थानीय लोगों में आक्रोश का कारण बन रही है।
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यदि जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई और पीड़िता को उचित न्याय नहीं मिला, तो वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
रेवती कस्बे में फैला गहरा आक्रोश
इस घटना से पूरे रेवती कस्बे में गहरा आक्रोश फैल गया है। लोग मांग कर रहे हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई और मासूम इस तरह की दरिंदगी का शिकार न हो। साथ ही पुलिस से यह भी मांग की जा रही है कि बच्ची का तत्काल मेडिकल परीक्षण कराकर केस को मजबूत किया जाए।