गोरखपुर में करंट लगने से 40 वर्षीय श्रीराम की मौत, तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

गोरखपुर के गोला उपनगर में एक दर्दनाक हादसे में 40 वर्षीय श्रीराम की करंट लगने से मौत हो गई। तीन बच्चों के पिता श्रीराम अपने घर में बिजली का काम करते समय हादसे का शिकार हुए।

Gorakhpur: शुक्रवार की शाम गोला उपनगर के वार्ड नंबर दस में एक हादसे ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। 40 वर्षीय श्रीराम पुत्र भरोसा की अपने ही घर में विद्युत स्पर्शाघात (करंट लगने) से मौत हो गई। श्रीराम के तीन छोटे बच्चे हैं, जिनकी आंखों में अब पिता की ममता नहीं बल्कि अनाथता की पीड़ा है। पत्नी बेसुध है और पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

बिजली के काम के दौरान हुआ हादसा

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार श्रीराम अपने घर में बिजली के बोर्ड में तार जोड़ने का प्रयास कर रहे थे। अचानक उन्हें करंट का जोरदार झटका लगा और वे मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़े। घटना इतनी तेजी से हुई कि परिवार के अन्य सदस्य कुछ समझ पाते, इससे पहले ही श्रीराम की हालत गंभीर हो गई। घबराए परिजन तत्काल उन्हें लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) गोला पहुंचे, लेकिन वहां तैनात डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार करंट का झटका इतना तीव्र था कि मौके पर ही उनकी जान चली गई।

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पुलिस जांच में जुटी

घटना की सूचना पाकर गोला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला विद्युत सुरक्षा मानकों की अनदेखी का प्रतीत होता है। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं और घटना की गहराई से जांच की जा रही है।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

श्रीराम की असमय मौत से परिवार पूरी तरह टूट गया है। तीन मासूम बच्चों की चीखें, रोती हुई पत्नी का बिलखना और परिजनों का मातम, पूरे मोहल्ले का दिल दहला रहा है। पड़ोसियों ने बताया कि श्रीराम एक मेहनती और जिम्मेदार व्यक्ति थे। उन्होंने हमेशा अपने परिवार को प्राथमिकता दी और दिन-रात मेहनत करके घर चलाया।

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प्रशासन ने दिया आश्वासन

स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और भरोसा दिलाया कि हरसंभव सहायता दी जाएगी। साथ ही लोगों को यह भी चेतावनी दी गई कि घरेलू बिजली के काम में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। वार्ड नंबर दस में मातमी सन्नाटा है।

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