लावारिस मरीज की मौत, 11 घंटे तक वार्ड में सड़ता रहा शव, जिम्मेदार कानपुर मेडिकल कॉलेज में क्या होगा एक्शन?
जब मीडिया ने सवाल उठाए तो अस्पताल प्रबंधन ने सफाई में कहा कि मृतक को बेहतर इलाज के लिए रेफर करने की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन उपलब्धता के अभाव में एंबुलेंस नहीं मिल पाई। हालांकि, यह बात सवालों के घेरे में है कि मौत के बाद एंबुलेंस की आवश्यकता क्यों थी, जब शव को मोर्चरी पहुंचाना प्राथमिक जिम्मेदारी थी। प्रशासन ने यह भी स्वीकार किया कि “मौत के बाद शव को तुरंत हटाया जाना चाहिए था। इसमें लापरवाही हुई है।”