World Health Day: लिवर-किडनी और फेफड़ों की 40% बीमारियों के लिए ये दो गड़बड़ आदतें जिम्मेदार, तुरंत करें सुधार

डीएन ब्यूरो

लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी को कई प्रकार की बीमारियों का कारक माना जाता है। पिछले कुछ दशकों में इसके कारण जिन अंगों की समस्या बढ़ते हुए देखा गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

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नई दिल्ली: लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी को कई प्रकार की बीमारियों का कारक माना जाता है। पिछले कुछ दशकों में इसके कारण जिन अंगों की समस्या बढ़ते हुए देखा गया है, लिवर-किडनी और फेफड़े उनमें प्रमुख हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लगभग हर उम्र के व्यक्ति में इससे संबधित विकारों के मामले बढ़ते देखे जा रहे हैं। इन अंगों की बीमारियां गंभीर स्थिति में जानलेवा दुष्प्रभावों वाली भी हो सकती हैं, इसलिए अपनी दिनचर्या को ठीक रखना सभी लोगों के लिए बहुत आवश्यक हो जाता है।

वैश्विक स्तर पर होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रायोजन के तहत हर साल 7 अप्रैल को  विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, दिनचर्या की कुछ गड़बड़ आदतें शरीर के अंगों के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि लिवर-किडनी और फेफड़ों के लिए किन आदतों को हानिकारक माना जाता है जिससे सभी लोगों को दूरी बनाकर रखने की सलाह दी जाती है।
लिवर-किडनी और फेफड़ों की बीमारियों का खतरा

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लिवर-किडनी और फेफड़ों की बीमारियों के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। इन अंगों की करीब 40 फीसदी बीमारियों के लिए जिन दो आदतों को सबसे खतरनाक पाया गया है वह है- शराब और धूम्रपान।

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डॉक्टर कहते हैं, ये दोनों आदतें कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों का कारण बन सकती हैं। इसके कारण किडनी फेलियर से लेकर लिवर और फेफड़ों के कैंसर तक का जोखिम हो सकता है। अगर इनमें सुधार कर लिया जाए तो कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से खुद को सुरक्षित किया जा सकता है।

धूम्रपान से किडनी-फेफड़ों की बीमारी

धूम्रपान हमारी सेहत को कई प्रकार से क्षति पहुंचाती है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान लंग्स और किडनी को रहता है। धूम्रपान से निकलने वाले धुंआ में कई प्रकार के हानिकारक रसायनों का मिश्रण होता है जिससे फेफड़ों की मांसपेशियों को गंभीर क्षति होने, यहां तक कि फेफड़ों में कैंसर विकसित होने तक का जोखिम बढ़ जाता है।

धूम्रपान की आदत फेफड़ों के साथ किडनी को भी नुकसान पहुंचाती देखी गई है। अध्ययनों में पाया गया है कि धूम्रपान के कारण रक्त वाहिकाओं को नुकसान हो सकता है, जिससे किडनी में रक्त का प्रवाह बाधित हो जाता है और किडनी की बीमारियों का खतरा हो सकता है।

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शराब से लिवर कैंसर का खतरा

अध्ययनकर्ता बताते हैं, धूम्रपान की ही तरह से शराब का सेवन भी संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। इससे लिवर की बीमारियों और गंभीर स्थिति में कैंसर बढ़ने का खतरा भी देखा जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, लंबे समय तक शराब पीने वाले लोगों में लिवर की बीमारियों के विकसित होने, इंफ्लामेशन और हेपटाइटिस जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

अल्कोहल का अधिक सेवन करने वाले लोगों में लिवर फेलियर की समस्या होने का भी खतरा बढ़ा हुआ देखा जाता रहा है।










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