

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति के कारण कुछ लोगों की मौत और कुछ के घायल होने की खबरों के बीच कई सवाल भी उठ रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
प्रयागराज: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को भगदड़ जैसी स्थिति के कारण कुछ लोगों की मौत और कुछ के घायल होने की खबरें हैं। यह हादसा तब हुआ, जब मौनी अमावस्या के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्नान के लिए पहुंची थी।
तमाम मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक देर रात संगम नोज पर भगदड़ मच गई और कई लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गये। लेकिन यह स्थिति कैसे पैदा हुई, हादसे में कितने लोग मारे गये, कितने घायल हुए और प्रभावित लोग कहां के रहने वाले हैं, इन सभी तथ्यों की कोई आधिकारिक जानकारी अभी तक सामने नहीं आ सकी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार सरकार और प्रशासन की तरफ से घटना में हताहतों की संख्या को लेकर अभी तक कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया गया है, जो बड़ा सवाल खडा करता है। घटना के 10-11 घंटे बीतने के बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं होने से कई लोग चिंति है।
देश के एक राष्टीय दैनिक समाचार पत्र ने प्रयागराज, लखनऊ, उत्तर प्रदेश और देश के अपने कई संस्करणों में कल रात की इस घटना को अपने पहले पेज पर प्रमुखता से छापा है। इस अखबार ने महाकुभ में भगदड़ से 17 मौतें शीर्षक से ये खबर छापी है।
इसमें बकायदा मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का बयान भी छपा है। मेला अधिकारी ने इस बयान में कहा है कि अफवाह के चलते भगदड़ मची। 17 श्रद्दालुओं की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गये।
इसी तरह आज सुबह से ही की कई अन्य ऑनलाइन मीडिया रिपोर्टस में भी इस घटना में कई लोगों के मरने और घायल होने की खबरें है लेकिन सरकार और महाकुंभ मेला प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। आखिर क्यों नहीं हताहतों की संख्या साफ नहीं करता।
डाइनामाइट न्यूज़ अपील करता है कि कोई भी श्रद्धालु और व्यक्ति किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करे।