Uttarakhand: अल्मोड़ा के 50 गांवों में गहराया जल संकट, पानी के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीण

डीएन ब्यूरो

उत्तराखण्ड में हो रही भारी बारिश के कारण गांवों में पानी की आपूर्ती बाधित हो गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

अल्मोड़ा के गांवों में गहराया जल संकट
अल्मोड़ा के गांवों में गहराया जल संकट


अल्मोड़ा: उत्तराखंड में बीते दिनों भारी बारिश की वजह से प्रदेश भर में पानी की लाइने टूट गई है। जिससे ग्रामीणों को पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है।  वहीं अल्मोड़ा जिले के सल्ट के करीब 50 गांवों को बीते 6 दिनों से पानी का संकट बना हुआ है। करीब 50 गांव के नल में से पानी की एक बूंद भी नहीं पहुंच रही है। इस वजह से लोगों को पानी लेने के लिए जल स्रोतों की ओर जाना पड़ रहा है। नल से पानी नहीं आने से ग्रामीण भी परेशान हैं। पानी की मांग को लेकर उन्होंने धरना प्रदर्शन किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बीते तीन दिनों से लगातार भारी बारिश होने की वजह से ग्रामीण इलाके के लोग काफी परेशान हैं। ऐसे में सल्ट के अलावा अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में 6 दिन से पानी की आपूर्ति ठप है, जिस कारण से करीब 50 गांव के लोगों को पानी नहीं मिलने की वजह से वे पानी के लिए इधर से उधर भटक रहे हैं। पानी नहीं आने की वजह से करीब 15,000 की आबादी को काफी दिक्कतें हो रही हैं।

गौरतलब है कि बिजली की आपूर्ति नहीं होने की वजह से पानी की पंपिंग जल निगम नहीं कर पा रहा है, जिस वजह से पानी का संकट गहराता हुआ नजर आ रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों ने बीते दिन शशीखाल यूपीसीएल कार्यालय में धरना दिया, जहां पर ग्रामीणों की अधिकारियों से तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। इसके बाद ग्रामीणों को आश्वासन देकर धरने से उठाया गया। पानी की आपूर्ति नहीं होने की वजह से सल्ट के मौलेखाल, शशीखाल, जालीखान, देवायल, हिनौला, थलमाड़ समेत 50 गांव के लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है।

जल निगम के अरविंद सिंह नेगी ने कहा कि सल्ट क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति नहीं होने की वजह से पानी की पंपिंग नहीं हो पा रही है। यदि बिजली की आपूर्ति मिल जाती है, तो योजना के मुख्य टैंकों में पंपिंग शुरू कर दी जाएगी और लोगों को पानी मिल पाएगा। प्रयास जारी हैं, सभी गांवों को जल्द पानी मिल जाएगा।










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