

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ विकास प्राधिकरण की अनंत नगर आवासीय योजना लॉन्च कर दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) द्वारा अनंत नगर आवासीय योजना की शुरुआत की है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की लागत 6500 करोड़ रुपये हैं और इसे 785 एकड़ भूमि में विकसित किया जाएगा। शुक्रवार को एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इस योजना को औपचारिक रूप से लॉन्च किया, जिससे मोहान रोड पर स्थित भूखण्डों के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
8 विभिन्न क्षेत्रों में किया गया विभाजित
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एलडीए की यह नई योजना आठ अलग-अलग सेक्टरों में विभाजित की गई है। प्रत्येक सेक्टर को विशेष नाम दिए गए हैं, जिनमें आकाश खंड, आदित्य खंड, आलोक खंड, आदर्श खंड, आशीष खंड, आमोद खंड, आलेख खंड तथा आभास खंड शामिल हैं। एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जानकारी दी कि मोहान रोड की यह योजना चंडीगढ़ के पंचकुला की तरह ग्रिड पैटर्न में बनाई जाएगी, जो इस क्षेत्र को एक नया रूप प्रदान करेगा। योजना का विकास कलिया खेड़ा और प्यारेपुर गांव के सटीक 785 एकड़ क्षेत्र में किया जा रहा है।
प्रत्येक सेक्टर में क्या क्या व्यवस्था की जाएगी
इस योजना में प्रत्येक सेक्टर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट), क्षेत्रीय शॉपिंग सेंटर, बरात घर, तथा वेंडिंग जोन की व्यवस्था की जाएगी। इसके आलावा, योजना में विभिन्न आकार के आवासीय भूखंडों का प्रावधान है। ये भूखंड 112.50 वर्ग मीटर, 162 वर्ग मीटर, 200 वर्ग मीटर, 288 वर्ग मीटर, और 450 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में उपलब्ध होंगे। साथ ही, ग्रुप हाउसिंग के लिए बड़े भूखंडों की भी योजना बनाई गई है।
योजना का मुख्य महलू क्या है?
योजना में एक अनूठा पहलू यह है कि 102 एकड़ भूमि पर शिक्षा शहर (एजुकेशन सिटी) का विकास किया जाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा की सुविधाएँ प्राप्त होंगी।
कुछ महत्वपूर्ण जानकारी निम्नलिखित है:
परियोजना के लिए भूमि की कीमत 41150 रुपये प्रति वर्ग मीटर निर्धारित की गई है।
भूखंडों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन एलडीए की वेबसाइट lda.in पर की जाएगी।
पंजीकरण शुल्क ₹1100 रखा गया है।
यह पंजीकरण प्रक्रिया एक महीने की अवधि के लिए खुली रहेगी।
इस योजना का उद्देश्य लखनऊ के शहरी विकास को और अधिक समृद्ध बनाना है और यहाँ निवास करने वाले लोगों को आधुनिक सुविधाएँ प्रदान करना है।