UP News: वाराणसी में कैसे मनाया गया होली का उत्सव, जानिए यहां...
वाराणसी के AMNM मॉडल स्कूल ने होली उत्सव का आयोजन किया और इस दौरान मैनेजर व प्रधानाचार्य ने छात्राओं को कई बातें समझाइए। आगे जानने के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

वाराणसीः होली पर्व की तैयारियों के बीच आर्य महिला नागरमल मुरारका मॉडल स्कूल ने भव्य होली उत्सव का आयोजन किया। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं ने अनेकों होली गीतों पर जमकर नृत्य किया और एक दूसरे को अबीर गुलाल रंग गुलाब की पंखुड़ियां से सराबोर कर दिया। एक दूसरे को गुजिया खिलाया गया वहीं विद्यालय में ठंडई का वितरण भी किया गया।
विद्यालय में शिक्षिकाएं, शिक्षक और छात्राओं ने इस होली पर्व पर एक साथ मिलकर होली मनाया और सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन किया। इस दौरान एक काशी की परंपरा का निर्वहन भी किया गया। इस बीच, भाईचारे का संदेश दिया और मैनेजर पूजा दीक्षित एवं कार्यवाहक प्रधानाचार्य अंजना दीक्षित ने इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया।
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डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, प्रधानाचार्य ने छात्र-छात्राओं तथा काशी वासियों से अनुरोध किया कि वह इस पर्व को भाईचारे के साथ मनाने और किसी भी केमिकल रंगों का या गुलाल का प्रयोग ना करें। हर्बल रंग हर्बल गुलाल, गुलाब की पंखुड़ियां से ही होली खेलें, ताकि किसी को किसी प्रकार की क्षति न होने पावे। प्रधानाचार्य ने विद्यालय में इस वर्ष सभी छात्राओं ने मिलकर एक दूसरे को अबीर गुलाल से सराबोर कर दिया। वहीं विद्यालय में पूरा होली उत्सव का माहौल रहा है सभी ने एक दूसरे को होली की बधाई दी।
बता दें, नगर में होली पर्व को देखते हुए रंग, पिचकारी और अबीर गुलाल की दुकानें सज गई है। तरह-तरह की रंगीन मुखौटा की दुकानों पर लोगों के आकर्षण के केंद्र बने हैं। नगर के नाम चिन मंदिरों में एवं फुटकर दुकानों पर खरीदारी जोरों शोरों से चल रही है। लोग होली पर्व मनाने के लिए तरह-तरह के रंगीन पिचकारी और रंग खरीद कर बच्चों को दे रहे है, ताकि भाईचारे का यह पर्व हंसी-खुशी मनाया जा सके।
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दुकानदारों ने बताया की ₹10 से लेकर हजारों रुपए तक के पिचकारी बाजार में उपलब्ध है। एक से एक रंगीन टोपी भी बाजार में उपलब्ध है, जो खूब बिक रही है। स्प्रे एवं हर्बल रंग मार्केट में खूब बिक रहे हैं और व्यापारी सतीश कसेरा ने बताया कि इस वर्ष एक से बढ़ कर एक पिचकारी, टोपी, मुखौटा, स्प्रे, रंग और गुब्बारा आदि उपलब्ध हैं।