

संविदाकर्मियों की छटनी एवं एजेंसी के सुपरवाइजर द्वारा अवैध धन की वसूली से विद्युतकर्मियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
वाराणसी: विद्युत मजदूर पंचायत उत्तर प्रदेश वाराणसी के प्रतिनिधिमंडल की मंगलवार को एक बैठक भिखारीपुर स्थित पंचायत कार्यालय पर आयोजित की गई। जिसमें नगरीय विद्युत वितरण मंडल-प्रथम वाराणसी में कार्यरत संविदाकर्मियों की छटनी और उनके खिलाफ हो रही अवैध धन वसूली को लेकर हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि लगभग 200 संविदाकर्मियों को बिना किसी स्पष्ट कारण के काम से निकाल दिया गया है, जिससे उनके बीच भारी आक्रोश है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, प्रांतीय उपाध्यक्ष आर.के. वाही और प्रांतीय अतिरिक्त महामंत्री ओ.पी. सिंह ने बताया कि संगठन को शिकायत मिला कि संविदाकर्मियों की छटनी में अभियंताओ द्वारा घोर मनमानी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जो संविदाकर्मी पूरे मनोयोग से काम कर रहे हैं उन्हें निलंबित किया जा रहा है। जबकि उन कर्मचारियों को वरीयता दी जा रही है जो नॉन-टेबल कार्य जैसे कि कार्यालय में चाय पिलाना या चपरासी का काम कर रहे हैं। जो संविदाकर्मी अभियंताओं के अनुबंधित वाहनों पर ड्राइवर का कार्य कर रहे उनको सेवा में लिया जा रहा है।
विद्युत मजदूर पंचायत ने इस छटनी और अवैध धन की वसूली का कड़ा विरोध करने का निर्णय लिया है। संगठन ने मांग की है कि अधीक्षण अभियंता नगरीय विद्युत वितरण मंडल-प्रथम वाराणसी को इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। संगठन ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी चिंताओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे मुख्य अभियंता और प्रबंध निदेशक से मिलकर इस मामले की शिकायत करेंगे।
संगठन का मानना है कि अगर समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो उनके द्वारा बड़े पैमाने पर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।