डीएम के सामने उठा सोनौली नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का मुद्दा

डीएन संवाददाता

सोनौली नगर पंचायत में लगातार जारी भ्रष्टाचार, अनियमितता का मुद्दा बढ़ता जा रहा है। डीएम से दर्जनों की संख्या में शिकायत करने पहुंचे थे। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर

डीएम के सामने उठा सोनौली नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का मुद्दा
डीएम के सामने उठा सोनौली नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का मुद्दा


महराजगंज: जनपद के सोनौली नगर पंचायत में गौशाला की दुर्व्यवस्था लगातार गायों की मौत, अनियमितता, भ्रष्टाचार समेत तमाम मुद्दों को लेकर बृहस्पतिवार को सोनौली नगर पंचायत के लोगों समेत समाजवादी पार्टी के कार्यकताओं ने जिलाधिकारी से शिकायत की और कार्रवाई की मांग की। जिलाधिकारी के नाम का शिकायती पत्र अपर एसडीएम प्रतीक्षा त्रिपाठी को सौंपा गया और शिकायत की नगर के वार्ड नंबर-1 अम्बेडकर नगर में रोड से आइडियल पब्लिक स्कूल के पूर्व में बने सीसी रोड का टेंडर नए तरीके से कर 15वें वित्त के धन को अपने चहेते ठेकेदारों को देकर बंदरबाट किया गया है। इसका नेतृत्व सपा जिलाध्यक्ष विद्यासागर यादव और सोनौली नगर पंचायत अध्यक्ष पद के पूर्व सपा प्रत्याशी बैजू यादव ने किया।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक शिकायत की गई कि फोटो साक्ष्य के तौर पर मौजूद है, जिसमे 4 अगस्त को रोड बना हुआ है। इसका ई–टेंडर संख्या 116 दिनांक 21 सितंबर निर्धारित की गई है। इस भ्रष्टाचार का जीता जागता सबूत साक्ष्य सहित टेंडर कॉपी है।

वेतन नौतनवा से और तैनाती सोनौली नगर पंचायत में
शिकायतकर्ताओं ने डाइनामाइट न्यूज से बातचीत के दौरान बताया कि स्थानातरण नीति 2023-24 के विरुद्ध नगर पंचायत सोनौली के स्थापना के बाद से ही बाबू संजय श्रीवास्तव अटैच चल रहे हैं। इनकी मूल तैनाती नौतनवा नगर पालिका में है। वेतन नौतनवा से बनता है, लेकिन तैनाती सोनौली नगर पंचायत में है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के स्थानातरण नीति 2023-24 के अनुपालन शासनादेश संख्या 112022363 के तहत सरकारी कर्मचारियों की वार्षिक तैनाती की अवधि मात्र 3 वर्ष है।

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संजय श्रीवास्तव विभिन्न भ्रष्टाचार में लिप्त
इस आदेश को दरकिनार करते हुए बड़े बाबू संजय श्रीवास्तव विभिन्न भ्रष्टाचार में लिप्त है और पूरी तरह मनमानी करते हुए अपने रसूख व सत्ता संरक्षण के मिलीभगत के 7 वर्षों से सोनौली में जमे हुए हैं। यही नहीं जो भ्रष्टाचार के मूल जड़ है इनका स्थानातरण कराना जनहित में अति आवश्यक है, जिससे नगर पंचायत में भ्रष्टाचार व सरकारी धन के दुरूपयोग पर रोक लग सके।

अधिशासी अधिकारी पर लगा बड़ा आरोप
शिकायत कर्ताओं ने नगर पंचायत सोनौली के अधिशासी अधिकारी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ईओ कुछ प्रभावी व्यक्तियों व अपने चहेतों को आउट्सोर्सिंग कर्मचारी बनाकर बिना कार्य कराए वेतन देकर सरकारी धन का दुरूपयोग कर रहे है। काफी शिकायत व विरोध के बाद अगस्त माह से लगभग आधा दर्जन व्यक्तियों का वेतन रोकते हुए निकाला गया है, जबकि अभी भी कई अन्य लोग बिना कार्य किये ही वेतन ले रहे हैं। कर्मचारियों की सूची मांगने पर अधिशासी अधिकारी राहुल यादव अपनी कमियों को छिपाते हुए कहते हैं कि मज़बूरी है। कर्मचारियों की सूची नहीं दे सकता हूं, जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से करते हुए जिलास्तरीय अधिकारियों से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी विद्यासागर यादव, प्रणय गौतम जिला उपाध्यक्ष, यज्ञदत्त पासवान, जिलाध्यक्ष समाजवादी छात्र सभा बैजू यादव, राष्ट्रीय सचिव लोहिया वाहिनी, कमरुद्दीन, रंजीत कुमार, सुदामा प्रसाद, विजय कुमार, इसराइल अली, कैलाश प्रजापति, घनश्याम मौर्या समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
 

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