सिंदुरिया में काले धुएं के गुबार से लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में, जानिये ये मामला
महराजगंज जनपद के सिंदुरिया से सिसवा जाने वाली सड़क का इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है। अधिकारियों की उदासीनता के कारण आम जन की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
सिंदुरिया (महराजगंज): सिंदुरिया से सिसवा जाने वाली सड़क का इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है। जहां पर विभागीय एवं प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण आम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। क्योंकि सड़क निर्माण के लिए निचलौल-चिउटहा मार्ग स्थित देउरवा गांव से सटे हॉट मिक्स प्लांट की भट्ठी से निकलने वाला जहरीला काला धुआं एवं केमिकल युक्त धूल लोगों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक जिम्मेदार ठेकेदार सभी नियम एवं कानूनों को ताक पर रखकर पर्यावरण को दूषित कर मालामाल हो रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रहे इस खिलवाड़ से अब अधिकारियों का भी कोई सरोकार नहीं रह गया है।
लोगों में दिख रहा भारी आक्रोश
हॉट मिक्स प्लांट से सटे निचलौल चिउटहा मुख्य सड़क से होकर गुजरने वाले रामकिशून यादव, नरेंद्र जयसवाल, राधेश्याम गुप्ता आदि ने बताया कि वायुमंडल हमारे स्वास्थ्य को सर्वाधिक प्रभावित करता है।
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उन्होंने कहा कि जब आसपास का पर्यावरण ही प्रदूषित हो जाएगा तो कल्पना किया जा सकता है कि हम कितने स्वस्थ रहेंगे। बीते करीब 6 महीने से वायु प्रदूषण के कारण आस पास के गांव में ठहरना तो दूर इस रास्ते से होकर गुजरना भी काफी दुश्वार हो गया है।
उन्होंने बताया कि हॉट मिक्स प्लांट से निकलने वाला जहरीले काला धुआं से आसपास स्थित दर्जनों गांव भी प्रभावित हो रहे हैं।
अधिशासी अभियंता ने कहा
इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता धर्मपाल सिंह ने कहा कि सड़क निर्माण के लिए हॉट मिक्स प्लांट लगाने वाले जिम्मेदार के पास एनओसी है कि नहीं, उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं है। फिलहाल मामले से संबंधित जानकारी लेकर एनओसी सहित अन्य बिंदुओं की जांच पड़ताल कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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शिकायत के बावजूद भी कार्यवाही नहीं
हॉट मिक्स प्लांट से सटे बस्ती के रहने वाले राम आशीष, बबलू, बृजेश कसौधन आदि ने कहा कि जिम्मेदारों से कई बार मामले की शिकायत की जा चुकी है। लेकिन शिकायत के बावजूद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती। ऐसे में लोगों को केमिकल युक्त काला धुआं से सांस लेने में काफी दुश्मनियां हो रही है।
इसकी चपेट में छोटे बच्चों, बुजुर्गों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर लोगों में स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश धीरे-धीरे तेज़ी से लगातार बढ़ता जा रहा है।