तेलंगाना में TRS पूर्ण बहुमत से कहीं आगे.. BJP की निकली हवा, चंद्रशेखर राव बनाएंगे सरकार
तेलंगाना में टीआरएस के तूफान के आगे सभी विपक्षी पार्टियां धवस्त हो गई है। राज्य में एक बार फिर टीआरएस सरकार बनाने जा रही है। चंद्रशेखर राव का दाव काम कर गया और वो राज्य के फिर से CM बनने जा रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
नई दिल्लीः तेलंगाना विधानसभा की 119 सीटों के लिए हुए 7 दिसंबर के मतदान के बाद से ही यह तय माना जा रहा था कि राज्य में एक बार फिर से तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार का गठन करेगी। यह आज यानी मतगणना के दिन स्पष्ट हो गया कि के.चंद्रशेखर राव को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनते हुए कोई नहीं रोक सकता। टीआरएस को पूर्ण बहुमत से भी ज्यादा सीटें मिली है।
यह भी पढ़ेंः राजस्थान में कांग्रेस को मिल रही जीत पर बोले अशोक गहलोत- राहुल करेंगे तय.. कौन बनेगा CM
Telangana: K Chandrsekhar Rao arrives at party headquarters in Hyderabad, he won from Gajwel constituency by over 50,000 votes. TRS is leading on 77 seats in the state. #AssemblyElectionResults2018 pic.twitter.com/Gry1skemYj
यह भी पढ़ें | तेलंगाना के लोग बीआरएस की जगह भाजपा की सरकार चाहते हैं, जानिये किसने किया ये दावा
— ANI (@ANI) December 11, 2018
राज्य की कुल 119 विधानसभा सीटों में से टीआरएस को 86 सीटें, कांग्रेस को 21 जबकि बीजेपी को एक सीट और अन्य को 11 सीटें मिली है। गौरतलब है कि के. चंद्रशेखर राव ने समय से पहले चुनाव कराने का विकल्प चुन कर एक बड़ा दांव चला था। अब चुनावी नतीजों के बाद यह दांव बिल्कुल सटीक होता हुआ दिख रहा है।
यह भी पढ़ेंः रुझानों पर बोले नवजोत सिंह सिद्धू- 'बुरे दिन जाने वाले हैं राहुल गांधी आने वाले हैं'
यह भी पढ़ें |
दिल्ली शराब घोटाला मामले में नाम आने पर बोली KCR की बेटी, किसी भी जांच के लिए तैयार हूं
Telangana caretaker minister and TRS candidate Talasani Srinivas Yadav wins from Sanath Nagar constituency by 30,217 votes. pic.twitter.com/vaBz6vepzb
— ANI (@ANI) December 11, 2018
यह भी पढ़ेंः राजस्थान,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के आसार
टीआरएस पूर्ण बहुमत से कहीं आगे निकल गई है। यहां जो खास बात देखने को मिली है वह यह है कि विधानसभा चुनाव से पहले ही उनके बेटे और राज्य के आईटी मंत्री तारक रामाराव ने चुनाव से पहले दावा किया था की यदि टीआरएस अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी तो वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे। अब चुनावी नतीजे आने के बाद टीआरएस फिर से राज्य में सरकार का गठन करेगी।