मुरादाबाद प्रकरण पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का पहली प्रतिक्रिया आयी सामने
गुरुवार रात को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का प्रेस वार्ता समाप्त हो जाने के बाद जिस तरह दो पत्रकारों ने जबरदस्ती वन-टू-वन इंटरव्यू के लिए हंगामा खड़ा किया, उसके बाद से ही चारों तरफ इस मामले की गूंज सुनायी दे रही है। रामपुर पहुंचे पूर्व सीएम ने इस मामले में खुलकर जवाब दिया। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:
रामपुर: गुरुवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता मुरादाबाद में थी। काफी देर तक पत्रकारों के सवालों का जवाब देने के बाद जब पत्रकार वार्ता समाप्त हो गयी फिर अचानक दो टीवी चैनल के पत्रकार अखिलेश के पास आ पहुंचे और उनसे वन-टू-वन इंटरव्यू की जिद करने लगे।
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अखिलेश ने वन-टू-वन इंटरव्यू के लिए मना कर दिया लेकिन ये दोनों पत्रकार अपनी जिद पर अड़े रहे और सुरक्षाकर्मियों को धक्का दे बार-बार अखिलेश के पास जाने की कोशिश जबरदस्ती करते रहे, जिससे गुस्साये सुरक्षाकर्मियों ने इन दोनों पत्रकारों को जबरदस्ती दूर हटाया।
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रामपुर पहुंचे अखिलेश यादव से जब स्थानीय पत्रकारों ने मुरादाबाद की इस घटना पर सवाल पूछा तो उन्होंने खुलकर जवाब दिया और कहा कि सभी को पता है कि उन दो पत्रकारों का इतिहास क्या रहा है? क्यों आखिरकार उन्होंने जबरदस्ती की? क्या सवाल पूछने के नाम पर जबरदस्ती की जायेगी? आप लोग तो नहीं जबरदस्ती कर रहे? आज रामपुर में साइकिल यात्रा निकाली जानी थी, इसको लेकर बदनाम करने की सोची समझी साजिश थी।
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अखिलेश ने कहा कि ये सिक्य़ोरिटी पर नहीं मेरे ऊपर हमले की सोची-समझी साजिश थी, प्रशासन इसकी जांच करे, किसका दबाव था? क्या आपको नहीं पता कि कैसे मेरी लिफ्ट को बंद करा दिया गया था?