राजस्थान: पहली बार मतदान कर पाएंगे शेरगांव के मतदाता

डीएन ब्यूरो

आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के शेरगांव के मतदाता पहली बार अपने ही गांव में मतदान कर पाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि इस गांव के ग्रामीणों के मतदान के लिए चुनावकर्मी 18 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान केंद्र तक पहुंचेंगे। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

पहली बार मतदान कर पाएंगे शेरगांव के मतदाता
पहली बार मतदान कर पाएंगे शेरगांव के मतदाता


जयपुर: आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के शेरगांव के मतदाता पहली बार अपने ही गांव में मतदान कर पाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि इस गांव के ग्रामीणों के मतदान के लिए चुनावकर्मी 18 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान केंद्र तक पहुंचेंगे।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि सुगम और समावेशी मतदान के लिए निर्वाचन विभाग ने दुर्गम, दूरदराज तथा कम आबादी वाले इलाकों में भी मतदान केन्द्र बनाने की व्यवस्था की है। राज्य में दुर्गम पहाड़ी इलाकों से लेकर, बहुत कम आबादी वाले मरुस्थलीय क्षेत्र में भी मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गुप्ता ने बताया कि सिरोही जिले के आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 4921 फुट की ऊंचाई पर स्थित शेरगांव के मतदाता इस वर्ष पहली बार अपने ही गांव में मतदान कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनावकर्मी वक कर्मियों की मदद से घने जंगल में करीब 18 किलोमीटर तक पगडंडियों पर पैदल चल कर इस मतदान केन्द्र तक पहुंचेंगे।

उन्होंने कहा कि यहां 117 मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्र बनाया गया है। पहले शेरगांव के मतदाताओं को वोट देने के लिए दूरदराज के एक और उतरज गांव में स्थित मतदान केन्द्र तक जाना होता था। इस बार, उतरज गांव में 238 मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्र बनाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब स्थित बाड़मेर के पार गांव में महज 35 मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्र बनाया जा रहा है। बाड़मेर जिले के ही एक अन्य गांव मंझोली में 49 मतदाताओं के लिए पहली बार मतदान केंद्र बनाया जा रहा है। इस बार इस गांव के मतदाताओं को वोट देने के लिए पांच किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ेगा।

इसी तरह कांटल का पार गांव में 50 मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्र बनाया जा रहा है।

एक बयान के अनुसार, जैसलमेर के मेनाउ मतदान केंद्र पर केवल 50 मतदाता हैं। मतदान के दिन वहां टेंट में एक अस्थायी बूथ स्थापित किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि धौलपुर जिले के बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र में काली तीर मतदान केन्द्र भी पहली बार बनाया जाएगा। डांग क्षेत्र में स्थित इस मतदान केन्द्र पर 682 मतदाता हैं।

पहले यहां के मतदाताओं को 7.5 किलोमीटर दूर स्थित मतदान केंद्र पर जाना होता था। राज्य की सभी 200 सीट के लिए एक चरण में मतदान 25 नवंबर को होगा तथा तीन दिसंबर को मतगणना की जाएगी।










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