15 हजार करोड़ रुपये के फर्जीवाड़ा के मामले में सात आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया

डीएन ब्यूरो

आम नागरिकों के मूल दस्तावेज गलत तरीके से हासिल करने और फर्जी कंपनियां खोलकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने वाले सात आरोपियों को पुलिस ने तीन दिन आठ घंटे की रिमांड पर लिया है। नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस  (फाइल)
पुलिस (फाइल)


नोएडा: आम नागरिकों के मूल दस्तावेज गलत तरीके से हासिल करने और फर्जी कंपनियां खोलकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने वाले सात आरोपियों को पुलिस ने तीन दिन आठ घंटे की रिमांड पर लिया है। नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस तथा विभिन्न जांच एजेंसियों के अधिकारियो ने आरोपियों से गहनता से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इनके द्वारा फर्जी तरीके से खोली गई कंपनियों के बैंक खातों को सीज करवाया गया है।

पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपियों ने लोगों के पैन कार्ड आदि का प्रयोग करके फर्जी कंपनियां खोलीं।

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रजनीश वर्मा ने बताया कि न्यायालय ने आरोपियों को 80 घंटे की रिमांड पर पुलिस को सौंपा है।

पुलिस ने कहा कि शुरुआती पूछताछ में पता चला कि आरोपी दिल्ली के एक डीलर से सीम खरीदते थे। आरोपियों का साथ देने वाला डीलर फर्जीवाड़ा कर सिम चालू करा देता था।

एसीपी के मुताबिक पुलिस की टीम ठगी के रुपये की बरामदगी का भी प्रयास कर रही है। नोएडा पुलिस ने फर्जी कंपनियों के जरिये फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपियों को कुछ दिन पूर्व गिरफ्तार किया था।

पुलिस के मुताबिक अब तक की जांच में जीएसटी नंबर वाली 3060 कंपनियों का पता चला है जिनमें से 247 कंपनियां उत्तर प्रदेश में स्थित पते पर खोली गई हैं। पुलिस और जीएसटी विभाग के अधिकारी 15 हजार करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा मान रहे हैं।

 










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