बलिया: निर्भया के गांव ने खोली यूपी सरकार के दावों की पोल, सुने बदहाली की ये कहानी ग्रामीणों की जुबानी, देखें VIDEO

बलिया जनपद के गांव मेडौराकला जाने वाली सड़क के हालात बद से बदतर है। सरकार व प्रशासन की नजरअंदाजी आम लोगों को भारी पड़ी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 16 February 2024, 3:56 PM IST
google-preferred

बलियाः देश की राजधानी दिल्ली में 11 साल पहले दरिंदगी की शिकार हुई बहादुर बेटी निर्भया का पैतृक गांव आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। सरकार के तमाम दावों के बावजूद भी यहां के सड़कों की स्थित बेहद जर्जर है और यहां की सड़के हादसों को दावत दे रही हैं।

बलिया जनपद के नरही थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव मेडौराकला जाने वाली सड़क के हालात बद से बदतर हैं। सरकार व प्रशासन की नजरअंदाजी आम लोगों को भारी पड़ रही है। भरौली से मेडौराकला जाने वाली लगभग आठ किलोमीटर की सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है।

बता दें, निर्भया बलिया के गांव मेडौराकला की रहने वाली थी। सड़क को लेकर निर्भया के दादा लालजी सिंह ने कहा, "इस सड़क के लिए हमलोगों ने पूर्व में धरना-प्रदर्शन भी किया है, जिसमें जिलाधिकारी का प्रतिनिधि बनकर एसडीएम सदर भी आए थे। उन्होंने हमलोगों कहा था कि जल्द सड़क को बना दिया जाएगा। लेकिन जल्द कितने वर्ष बाद आता है यह पता तक नहीं है।"

यह भी पढ़ेंः यूपी एसटीएफ ने बड़ी साजिश को किया नाकाम, 4 टाइम बम के साथ एक गिरफ्तार, नेपाल से जुड़े तार 

गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में निर्भया के साथ दरिंदगी कर बस से बाहर फेंक दिया गया था। इलाज के दौरान निर्भया की मृत्यु हो गई थी। 

यह भी पढ़ेंः राजस्थान में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 11 IAS अफसरों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट 

ग्रामीणों ने कहा कि सड़क पर अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि भी आते हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने बताया खराब सड़क होने के कारण मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता है। उन्होंने कहा कि इस रास्ते से अच्छा तो कच्चा रास्ता था, हमलोग आराम से चलते थे... बस गिट्टी छीट दी गई है। ग्रामीणों की बात और सड़क के हालात ने प्रदेश की योगी सरकार को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है। गौरतलब है कि यूपी सरकार सड़कों के लेकर दावा कर रही है की प्रदेश की सड़कें गड्ढा मुक्त हो गई है लेकिन डाइनामाइट न्यूज़ ने धरातलीय स्थिति कुछ और ही पाई।