वसीम राईन ने वक्फ सम्पत्तियों पर अवैध कब्जे का मुद्दा उठाया, विरोधियों पर कड़े शब्दों में बोला हमला

ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने वक्फ सम्पत्तियों पर बड़ा बयान दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 9 April 2025, 12:51 PM IST
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बाराबंकी: ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने वक्फ सम्पत्तियों पर अवैध कब्जे का मुद्दा उठाया और इस पर गंभीर विरोध जताया। उन्होंने वक्फ सम्पत्तियों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और इस संदर्भ में सरकार से अवैध कब्जेदारों की सूची सार्वजनिक करने की अपील की है। इस कदम से गरीब मुसलमानों को इन लोगों के बारे में जानकारी मिल सकेगी और वक्फ सम्पत्तियों की समुचित सुरक्षा हो सकेगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, वसीम राईन ने वक्फ बिल के विरोधियों खासकर इस बिल का विरोध करने वालों पर भी तीखे हमले किए। उन्होंने इस विरोध में शामिल होने के लिए अरशद मदनी, महमूद मदनी और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ये लोग सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए वक्फ सम्पत्तियों के अधिकारों को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं। राईन ने जोर देकर कहा कि इस बिल से पसमांदा और आम मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं होने वाला है और यह उनके हित में है।

इसके अलावा राईन ने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा और कहा कि जब कांग्रेस ने अपनी सरकार में वक्फ बिल में संशोधन किया था, तब मदनी और उनके साथियों ने इसका विरोध नहीं किया था। राईन ने सांसद मोहम्मद अदीब पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस बिल का समर्थन कर रहे पसमांदा मुसलमानों को धमका रहे हैं। वसीम राईन ने सांसद अदीब और पर्सनल लॉ बोर्ड के नेताओं की तुलना 1857 के विद्रोह में भूमिका निभाने वाले बहादुर शाह जफर से की।

राईन ने कहा कि जिस तरह बहादुर शाह ने 1857 को आखिरी लड़ाई बताया था, उसी तरह अदीब और उनके समर्थक इसे आखिरी लड़ाई के तौर पर पेश कर रहे हैं। राईन ने यह भी कहा कि पसमांदा मुसलमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्फ बिल के समर्थन में खड़े हैं और इस फैसले का स्वागत करते हैं। उनका मानना है कि यह बिल पसमांदा मुसलमानों के हित में है और इससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।