रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा पर निवेशकों की नजर, जानिये कारोबार से जुड़े ये बड़े अपडेट
अमेरिकी फेड रिजर्व के अगले माह से ब्याज दरों में वृद्धि की रफ्तार धीमी करने के संकेत से हुई जबरदस्त लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह पौने तीन प्रतिशत की तेजी पर रहे घरेलू शेयर बाजार में अगले सप्ताह रिजर्व बैंक की प्रस्तावित मौद्रिक नीति समीक्षा पर निवेशकों को नजर रहेगी। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़
मुंबई: अमेरिकी फेड रिजर्व के अगले माह से ब्याज दरों में वृद्धि की रफ्तार धीमी करने के संकेत से हुई जबरदस्त लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह पौने तीन प्रतिशत की तेजी पर रहे घरेलू शेयर बाजार में अगले सप्ताह रिजर्व बैंक (आरबीआई) की प्रस्तावित मौद्रिक नीति समीक्षा पर निवेशकों को नजर रहेगी।
यह भी पढ़ें: आरबीआई ने की नई मौद्रिक नीति की घोषणा, ब्याज दरों और रेपो रेट पर जानिए ये अपडेट
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1498.05 अंक की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर तीन माह के उच्चतम स्तर 57570.25 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 438.8 अंक उछलकर 17 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 17158.25 अंक पर पहुंच गया।
समीक्षाधीन अवधि में दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई। सप्ताहांत पर मिडकैप 390.53 अंक की तेजी लेकर 24050.90 अंक स्मॉलकैप 282.97 अंक मजबूत होकर 27056.38 अंक पर रहा।विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओपन मार्केट कमेटी (ओएमसी) की पिछले सप्ताह हुई बैठक में आसमान छूती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत दरों में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
यह भी पढ़ें: RBI का बड़ा ऐलान, अब 24 घंटे मिलेगी बैंकिंग से जुड़ी ये खास सुविधा
फेड के इस कदम के बाद दुनिया के अन्य केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी करने की संभावना बढ़ गई है।ऐसे में आरबीआई की अगले सप्ताह 03 से 05 अगस्त को प्रस्तावित द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों में वृद्धि किए जाने की अटकलें तेज हो गई है। इसको लेकर अगले सप्ताह निवेशक सतर्कता बरतते दिखाई दे सकते हैं, जिसका असर बाजार पर देखा जा सकेगा।
इसके साथ ही अगले सप्ताह आईटीसी, आइडिया, टाटा कॉफी, भेल, बीईएमएल, एस्कॉर्ट, डाबर, गेल, इक्रा, एवेरेडी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, फाइजर और यूको बैंक समेत कई दिग्गज कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के परिणाम आने वाले हैं। शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करने में इन कारकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। (वार्ता)