Manmohan Singh: जब व्हीलचेयर पर संसद गए थे डॉ. मनमोहन सिंह, देखें कैसे PM Modi ने की थी तारीफ

डीएन ब्यूरो

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अपने दायित्व को लेकर कितने सजग थे वो तब देखने को मिला जब वह व्हीलचेयर पर संसद पहुंच गए थे। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़िए पूरी खबर

व्हीलचेयर पर संसद पहुंचे पूर्व पीएम
व्हीलचेयर पर संसद पहुंचे पूर्व पीएम


नई दिल्ली: भारतीय ‘अर्थव्‍यवस्‍था के भीष्‍म पितामह’ कहे जाने वाले डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से पूरा देश शोक में है। पूर्व प्रधानमंत्री अपने दायित्व को लेकर कितने सजग थे वो आप यहां देख सकते हैं। 

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, करीब एक साल पहले मनमोहन सिंह संसद में व्हीलचेयर पर गए थे। तब PM मोदी भी उनकी तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाए।

पीएम मोदी ने की थी तारीफ

पीएम मोदी ने कहा, डॉ. मनमोहन सिंह जी व्हीलचेयर में आए, वोट किया, एक सांसद अपने दायित्व के लिए कितना सजग है, उसका वो उदाहरण है। उन्होंने कहा सवाल ये नहीं है कि वो किसको ताकत देने के लिए आए, मैं मानता हूं कि वो लोकतंत्र को ताकत देने के लिए आए थे। साथ ही उन्होंने कहा था कि जब भी हमारे लोकतंत्र की चर्चा होगी, जब कुछ माननीय सदस्यों की चर्चा होगी, तब डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान की चर्चा जरूर होगी। 

यह भी पढ़ें | Manmohan Singh: ‘एक सदी का अंत’, जानिये मनमोहन सिंह के निधन पर दिग्गज हस्तियों ने कैसे जताया शोक

 

92 वर्ष की उम्र में हुआ निधन

बता दें कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत के प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 26 दिसंबर, गुरुवार देर रात को 92 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। AIIMS ने खुद उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि डॉ. सिंह ने रात 9 बजकर 51 मिनट पर दुनिया को अलविदा कह दिया।  

 

यह भी पढ़ें | Manmohan Singh: नीले रंग से क्या है पूर्व PM मनमोहन सिंह का नाता, आखिर क्यों पहनते थे नीली पगड़ी

कई हस्तियों ने जताया शोक

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन से पूरा देश शोक मना रहा है। कई हस्तियों ने अपने एक्स हैंडल से पूर्व पीएम के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है। साधारण पृष्ठभूमि से उठकर वे एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। वहीं राहुल गांधी ने लिखा, मनमोहन सिंह जी ने बहुत ही बुद्धिमत्ता और ईमानदारी के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने पूरे देश को प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने अपना मार्गदर्शक खो दिया है। 
 










संबंधित समाचार