मनीष गुप्ता हत्याकांड: शर्म है कि गोरखपुर के डीएम विजय कुमार आनंद को आती नहीं!
सोचिये जरा.. यदि मृतक मनीष गुप्ता आईएएस विजय कुमार आनंद का सगा छोटा भाई होता तो भी क्या उसके बोल यही होते जो वायरल वीडियो में उसे बोलते सुना जा रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:
कानपुर/गोरखपुर: कानपुर के युवा व्यापारी मनीष गुप्ता की होटल के कमरे में घुस कर पुलिसकर्मियों द्वारा की गयी हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
गोरखपुर के डीएम विजय कुमार आनंद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
जिसमें ये पुलिस कर्मियों को बचाने के काले षड़यंत्र में मतका की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को कानूनी दांवपेंचों में डराते-बहकाते दिख रहे हैं।
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डीएम मृतका की पत्नी से कह रहे हैं कि मैं आपको एक बड़े भाई के रुप में समझा रहा हूं आपने एक बार मुकदमा दर्ज करा दिया तो सालों क्या होता है, कैसे कितने चक्कर कोर्ट के लगाने पड़ते हैं। मृतका की पत्नी कह रही थी उसे न्याय चाहिये।
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2009 बैच के बेंगलुरु निवासी डीएम विजय कुमार आनंद के साथ वायरल वीडियो में गोऱखपुर के एसएसपी विपिन ताडा भी दिखायी दे रहे हैं।
व्यापारी की हत्या के बाद गोरखपुर पुलिस प्रशासन की कुल मंशा यह दिखी कि किसी तरह मामले को दबा दिया जाय और दोषी पुलिस कर्मियों को क्लिन चिट दे दी जाय ताकि यह दाग न लगे कि सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में किस तरह पुलिस आम व्यापारियों की हत्या करती है।
इधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि मृत व्यापारी के शरीर कई जगह गहरे जख्म आये हैं।
कानपुर से युवा व्यापारी मनीष अपने दो साथियों के साथ गोरखपुर गया था और वहीं पर वह एक होटल में रुका था, तभी आधी रात बारह बजे थानेदार जगत नारायण सिंह जांच के नाम पर कमरे में जबरदस्ती घुस गया, उस वक्त व्यापारी सो रहा था लेकिन जांच के नाम पर उसे जगाया गया और आईडी दिखाने को कहा गया, इसके बाद गुस्से में पुलिस कर्मियों ने बेरहमी से पीट व्यापारी को मौत के घाट उतार डाला।