अखिलेश यादव के कानपुर पहुंचने से पहले पुलिस ने उठाया कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी को

डीएन संवाददाता

यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के कानपुर पहुंचने से पहले कानपुर पुलिस ने कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी को उठा दिया गया है। पूरी रिपोर्ट



कानपुर: गोरखपुर के एक होटल में पुलिस द्वारा कथित तौर पर मौतके घाट उतारे गये युवा व्यापारी मनीष गुप्ता के परिजनों से मिलने के लिये यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे हैं। लेकिन अखिलेश यादव के कानपुर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने मृतक की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता समेत कुछ परिजनों को वहां से उठवा दिया है।

पुलिस अखिलेश यादव को पीड़ित परिवार से नहीं मिलवाना चाहती, जिस कारण मीनाक्षी गुप्ता को पुलिस द्वारा छुपा दिया गया है।

यह भी पढ़ें: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोली मनीष गुप्ता के साथ गोरखपुर पुलिस की बर्बरता की पोल, जानिये चौंकाने वाले खुलासे

यह भी पढें: मनीष गुप्ता हत्याकांड: शर्म है कि गोरखपुर के डीएम विजय कुमार आनंद को आती नहीं!

कानपुर में मृतक मनीष गुप्ता के घर के बाहर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ है लेकिन अखिलेश यादव के आने से पहले ही स्थानीय पुलिस मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी को अपने साथ ले गई है। सपा कार्यकर्ताओं द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है और पुलिस वालों के साथ बहस हो रही है। मामला लगातार गर्माता जा रहा है। 

इस मामले में गोरखपुर के डीएम विजय कुमार आनंद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें ये पुलिस कर्मियों को बचाने के काले षड़यंत्र में मतका की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को कानूनी दांवपेंचों में डराते-बहकाते दिख रहे हैं।

इधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि मृत व्यापारी के शरीर कई जगह गहरे जख्म आये हैं। 

कानपुर से युवा व्यापारी मनीष अपने दो साथियों के साथ गोरखपुर गया था और वहीं पर वह एक होटल में रुका था, तभी आधी रात बारह बजे थानेदार जगत नारायण सिंह जांच के नाम पर कमरे में जबरदस्ती घुस गया, उस वक्त व्यापारी सो रहा था लेकिन जांच के नाम पर उसे जगाया गया और आईडी दिखाने को कहा गया, इसके बाद गुस्से में पुलिस कर्मियों ने बेरहमी से पीट व्यापारी को मौत के घाट उतार डाला।










संबंधित समाचार