मैनपुरी: नेग मांगने पर अड़ी नर्स, नवजात को 40 मिनट मेज पर रखने से गई जान

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से सरकारी अस्पताल में इलाज के नाम पर मनमानी और लापरवाही किए जाने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



मैनपुरी: सरकारी अस्पताल (Govt. Hospital) में इलाज (Cure) के नाम पर मनमानी और लापरवाही (Negligence) किए जाने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मैनपुरी (Mainpuri) के करहल (Karhal) के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) पर नवजात शिशु (Newborn Baby) का इलाज किए जाने की बजाए यहां संविदा स्टाफ नर्स (Nurse) ज्योति भदौरिया परिजनों से नेग मांगने में जुटी हुई थी और इसी लापरवाही के चलते मौत हो गई और परिवार में आई खुशी मातम में तब्दील हो गई। घटना के बाद आरोपित स्टाफ नर्स का तबादला सुल्तानगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कर दिया गया है।

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जानिये पूरा मामला

मैनपुरी के ओन्हा पतारा की रहने वाली संजली को बीते 19 सितंबर को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे करहल सीएचसी में भर्ती कराया गया। आरोप है कि यहां पर तैनात संविदा स्टाफ नर्स ज्योति भदौरिया ने बच्चा पैदा होने पर परिजनों से नेग मांगा। नेग न देने पर नवजात 40 मिनट तक मेज पर रख दिया जिससे बच्चे की हालत बिगड़ गयी। संजली के पति सुजीत का आरोप है कि इस बीच बच्चे की लगातार तबियत खराब होती गई और अंत में स्थिति ज्यादा खराब होने पर यहां डॉक्टर व स्टाफ ने उपचार के लिए दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया।

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दूसरे अस्पताल ले जाते समय नवजात शिशु ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।डीएम पहुंचे अस्पताल मौके पर पहुंचे डीएम अंजनी कुमार सिंह का हैरान करने वाला बयान सामने आया है डीएम ने बताया उन्हें समाचारो से घटना की जानकारी हुई। सरकारी अस्पताल में लापरवाही और मनमानी के ये पहला मामला नहीं है लेकिन इसके बावजूद प्रशासन द्वारा मामले में कड़ी कार्रवाई की जगह केवल नर्स का ट्रांसफर किया गया हैं। ऐसे में परिवार की पीड़ा को समझना नामुमकिन है जिसका चिराग रोशन होने से पहले ही बुझ गया।










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