महराजगंज: बलात्कार-हत्या के मामले में नाबालिग लड़की का अंतिम संस्कार रात के अंधेरे में क्यों? क्या पीड़ित पिता पर पुलिस का दबाव था?

डीएन ब्यूरो

पुरंदरपुर थाना क्षेत्र में रेप और हत्या के जघन्य मामले में 12 साल की नाबालिग लड़की के अंतिम संस्कार को लेकर पुलिस पर सवाल उठाये जा रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर पुलिस को रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार को लेकर क्यों जल्दबाजी थी?

दरिंदों की गिरफ्तारी न होने तक अंतिम संस्कार से मना कर रहे थे ग्रामीण
दरिंदों की गिरफ्तारी न होने तक अंतिम संस्कार से मना कर रहे थे ग्रामीण


महराजगंज: पुरदंरपुर थाना क्षेत्र में 12 साल की नाबालिग बालिका के साथ दिल्ली के निर्भया जैसे जघन्य रेप और हत्याकांड के मामले को लेकर कई सवाल उठाये जा रहे हैं। इस केस में लोगों द्वारा पूछा जा रहा है कि पुरदंरपुर की ‘निर्भया’ का अंतिम संस्कार आखिर रात के अंधेरे में क्यों किया गया? ऐसी क्या जल्दबाजी थी कि पुलिस रात को ही लड़की के अंतिम संस्कार को लेकर जल्दबाजी दिखा रही थी? क्या पुलिस ऐसा करके केवल अपनी ड्यूटी की इति श्री करना चाहती थी?  इसी तरह के कई सवाल जनता द्वारा उठाये जा रहे हैं।

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पुरदंरपुर क्षेत्र में अगवा करने के बाद जंगल में रेप और हत्याकांड की शिकार 12 साल की नाबालिग लड़की का कल रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार कर दिया गया। कल बुधवार देर शाम लड़की के पिता हरियाणा से पुरंदरपुर पहुंचे, जिसके बाद दरिंदगी का शिकार बनी नाबालिग लड़की का अंतिम संस्कार किया गया। पीड़ित पिता ने रोते-बिलखते नम आंखों के साथ अपनी बेटी की चिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर वहां का माहौल बेहद गमगीन था।

इससे पहले लड़की के पीड़ित परिजन और ग्रामीण लड़की के साथ दरिंदगी करने वालों की गिरफ्तारी न होने तक लड़की का अंतिम संस्कार न कराने की जिद पर अड़े थे। शव के पोस्टमार्टम को 30 घंटे बीत चुके थे लेकिन परिजन गुहगारों की गिरफ्तारी न होने और इंसाफ न मिलने तक अंतिम संस्कार न कराने पर अड़े थे। लेकिन पिता के पहुंचने पर पुलिस ने जैसे-तैसे रात को ही अंतिम संस्कार करा दिया। 

सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या पीड़ित पिता समेत परिजनों पर लड़की का जल्द अंतिम संस्कार कराने को लेकर पुलिस का कोई दबाव था?

इस मामले को लेकर एक वीडियो भी सामने आया है। यह वीडियो रेप और मर्डर का शिकार बनी नाबालिग लड़की के पीड़ित पिता के पुरंदरपुर पहुंचने से पहले का है। इसमें पुलिस पीड़ित परिजनों के साथ वहां मौजूद ग्रामीणों को रात में ही नौ-साढे बजे तक लड़की का अंतिम संस्कार कराने के लिये मनाने में लगी हुई है। एक पुलिस अफसर को यह कहते साफ सुना-देखा जा सकता है कि “लड़की के पिता एक-डेढ घंटे में पहुंचने वाले हैं, तब तक लड़की के शव को अंतिम संस्कार के लिये घाट पर ले जाया जाना चाहिये”। पुलिस यह भी कह रही है कि “लड़की के साथ जो हुआ, सो हुआ, लेकिन अब वह सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की हकदार है”। 

उक्त पूरे वीडियों में लोग भी पुलिस के साथ जिरह करते नजर आ रहे हैं। जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लड़की के परिजन और वहां मौजूद लोग पुलिस के अंतिम संस्कार के आग्रह पर पूरी तरह तैयार नहीं हैं।

गौरतलब है कि पुरंदरपुर थाना क्षेत्र 12 साल की बेगुनाह, मासूम और नाबालिग बच्ची के साथ क्रूरता की सारी सीमाएं लांघी गयी और दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी। गांव की रहने वाली 12 वर्षीय लड़की सोमवार को अपनी मां की मदद के लिए जंगल में घास काटने गई थी। इस दौरान कुछ दरिंदे उसे खींचकर जंगल में ले गए और रेप करने के बाद निर्मम तरीके से उसकी हत्या कर दी। दरिंदे लाश को जंगल में फेंककर फरार हो गये।

लड़की का शव बाद में जंगल से बरामद किया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के लगभग 30 घंटे बाद कल बुधवार देर रात 9 बजे के आसपास नाबालिग लड़की के शव का अंतिम संस्कार किया गाय। लड़की का अंतिम संस्कार एसडीएम नौतनवा, सीओ फरेंदा समेत आठ थानों की फोर्स की मौजूदगी में बीती रात हुआ। 










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