महराजगंजः जल जीवन मिशन से जुड़ा ये प्रस्ताव क्यों आया सवालों के घेरे में, घिरे प्रधान, जांच के आदेश

महराजगंज जनपद के पनियरा विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सौरहा में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी निर्माण कार्य को लेकर प्रधान द्वारा दो प्रस्ताव खूब चर्चा में हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 18 September 2024, 6:15 PM IST
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महराजगंजः सदर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत सौरहा गांगी बाजार में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य को लेकर जब ग्राम पंचायत से जमीन की मांग जल निगम के जेई द्वारा की गई तो प्रधान ने 18 अगस्त 2023 को बैठक में सदस्यों व लेखपाल की मौजूदगी वाला प्रस्ताव बनाकर सौंप दिया।

प्रस्ताव में ग्राम प्रधान, सदस्यों, लेखपाल की उपस्थिति में आराजी नंबर 523 रकबा 170 हेक्टेयर जो सरकारी अभिलेख में ग्रामसभा की भूमि है, दर्शाया गया है।

इसके बाद आखिर ऐसा कौन सा कारण बना कि प्रधान को 6 फरवरी 2024 को दूसरा प्रस्ताव तैयार कराना पड़ा। इस प्रस्ताव में आराजी नंबर 208 रकबा 0.336 हेक्टेयर जो सरकारी अभिलेख में ग्रामसभा की भूमि है, दर्शाया गया। इसको लेकर अब आबादी वाले स्थान पर रह रहे निवासियों में आक्रोश पैदा हो गया है। उक्त दोनों प्रस्ताव के कारण ग्राम प्रधान विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं।

मजे की बात तो यह है कि इन प्रस्तावों में भूमि प्रबंधक समिति को दरकिनार करते हुए मनमाने तरीके से आराजी संख्या 208 (ग) श्रेणी 6 (2) की जमीन पर टंकी का निर्माण कार्य भी प्रारंभ करा दिया गया है। 

पीड़ित महेंद्र यादव

पीड़ित का बयान 
ग्रामसभा सौरहा के निवासी महेंद्र यादव ने डाइनामाइट न्यूज से हुई बातचीत में बताया कि ग्राम प्रधान बिन्देश्वर जबसे चुनाव जीते हैं, तबसे इसी जमीन को सड़क के किनारे होने के कारण कब्जा करने के चक्कर में पड़े हैं। मैंने वर्ष 2016 में दीवानी न्यायालय सिविल जज जूनियर डिवीजन महराजगंज के यहां वाद संख्या 30/2016 दाखिल कर रखा है। ग्राम प्रधान द्वारा पानी की टंकी की बोरिंग आराजी संख्या 523/0.162 हेक्टेयर में हो गई है तो आराजी संख्या 208 (ग) में आखिर कैसे निर्माण कार्य कराया जा रहा है। 

यह लगाए आरोप 
पीड़ित महेंद्र यादव ने एसडीएम, आईजीआरएस, तहसील दिवस आदि प्रमुख उच्चाधिकारियों को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि ग्राम प्रधान बिन्द्रेश्वर अपने पद का दुरूपयोग कर पानी की टंकी की आड़ में गरीबों को जमीन से बेदखल करने की मंशा रखते हैं। बोरिंग वाले नंबर के बगल में ग्रामसमाज की नवीन परती की जमीन आराजी संख्या 513 रकबा 0.262, आराजी 520 (घ) रकबा 0.49 एयर जमीन पर प्रधान का कब्जा है। जो करीब कुल रकबा मिलाकर 60 डिस्मिल जमीन बनती है। इससे ग्रामसभा की अपूरणीय क्षति हो रही है। 

मौके पर पहुंचे तहसीलदार 
तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर बिना जांच पड़ताल के इस वर्क को सही करार देते ही प्रधान के के पक्ष में फैसला लेते हुए पीडित की समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया। इस संबंध में तहसीलदार के मोबाइल पर संपर्क किया गया किन्तु सीयूजी नंबर नहीं उठा।  

बोले एसडीएम 
इस संबंध में उपजिलाधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि शिकायत मिली है। तहसीलदार को जांच के लिए भेजा जा रहा है।