महराजगंज: जल्द आयेगी थानेदारों के तबादले की लिस्ट, गिरेगी विवादित शहर कोतवाल पर गाज
लंबे समय से थानों पर कुंडली मार कर बैठे मगरमच्छ किस्म के थानेदारों की नींद गायब होने वाली है। जिले के तेज-तर्रार और युवा पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान फरवरी के पहले सप्ताह में कई थानेदारों के विकेट उड़ाने वाले हैं। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..
महराजगंज: पुराने कप्तान के समय से थानों पर जमे तमाम थानेदारों ने यह गलतफहमी पाल ली थी कि नये कप्तान का पहला जिला है और उन्हें अभी सिस्टम को समझने में टाइम लगेगा इसलिए जमकर मौज काटो।
अब इन थानेदारों की गलतफहमी दूर होने वाली है। करीब दो महीने पहले 1 दिसंबर को 2013 बैच के नौजवान आईपीएस रोहित सिंह सजवान ने महराजगंज जिले की कमान संभाली थी। पहला जिला होने की वजह से कप्तान ने पहले तो करीब से जिले की वर्किंग को समझा फिर एक-एक थानेदार के काम-काज का व्यक्तिगत तौर पर मूल्यांकन किया।
पुलिस महकमे के भरोसेमंद सूत्रों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि कप्तान ने अब पूरी तैयारी कर ली है और एक सप्ताह के अंदर इंस्पेक्टरों और सब-इंस्पेक्टरों के तबादले की भयानक लिस्ट सामने आने वाली है।
अंदर की खबर के मुताबिक थानेदारों के तबादले में एसपी ने दो मानक तैयार किये हैं। पहला- आम जनमानस के बीच थानेदार की कार्यप्रणाली औऱ दूसरा- लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लंबे समय से जिले में जमे थानेदारों की छु्टी। इन दो अहम बिंदुओं को ध्यान में रख तबादला एक्सप्रेस चलेगी।
सौम्य लेकिन सख्त मिजाज औऱ दृढ़ इरादों वाले युवा कप्तान के मंसूबों की आहट मिलते ही दागी और विवादित किस्म के थानेदारों ने अपनी कुर्सी बचाने की जुगत तेज कर दी है। इन थानेदारों की दो कोशिश है कि एक- यदि वर्तमान थाना छीने तो किसी भी तरह दूसरा थाना मिल जाये और दो- आयोग के राडार पर आने वाले जिले में कार्यकाल पूरा कर चुके थानेदारों की किसी भी कीमत पर रिलिविंग न हो। इसके लिए इन थानेदारों ने अपने राजनीतिक आकाओं तक जोड़-तोड़ तेज कर दी है। सूत्रों की मानें तो कप्तान अपने दृढ़-इरादों के चलते बेवजह के किसी दबाव में नही आने वाले।
विवादित शहर कोतवाल की छुट्टी तय
डाइनामाइट न्यूज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक शहर के विवादित कोतवाल रामदवन मौर्य की छुट्टी किसी भी समय होने की घड़ी नजदीक आ गयी है। ये करीब पौने दो साल से कोतवाली पर कब्जा जमाये बैठे हैं। 40 किमी लंबी परिधि वाले और 8 पुलिस चौकियों को समेटने वाली शहर कोतवाली से ये विदा तो होंगे ही होंगे साथ ही जिले से भी बाहर फेंक दिये जायेंगे।
आम जनता के बीच में अपने कारनामों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले रामदवन के बारे में शहर भर में प्रचलित है कि एक जनप्रतिनिधि का हाथ जब तक इनके ऊपर है तब तक इन्हें शहर कोतवाल के पद से कोई नही हटा सकता। अब इनकी ये गलतफहमी दूर होने वाली है कि जिले का पुलिस महकमा एसपी चलाते हैं न कि कोई और।