महराजगंजः फर्जी दस्तावेज बनाकर हड़पी जमीन, डीएम-एसपी से भी सुनवाई बेअसर

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद के नगर पंचायत चौक के निवासी जन्मांध मनोहर की जमीन फर्जी दस्तावेज के सहारे हड़प ली गई। इसकी फरियाद भी सुनने वाला कोई नहीं है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

पीड़ित मनोहर
पीड़ित मनोहर


महराजगंजः (Maharajganj) नगर पंचायत चौक (Nagar Panchayat Chowk) के वार्ड नंबर छह बरगदही बसंतनाथ (Bargadhi Basantnath) में एक खेत की जमीन (Land) को फर्जी दस्तावेज (Fake Document) के सहारे बैनामा कराने का मामला प्रकाश में आया है।

अब पीड़ित थाने से न्याय नहीं मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक (SP) के पास पहुंचा किंतु यहां भी इसे उम्मीद की कोई किरण नहीं दिखाई दी। इसके बाद जिलाधिकारी (DM) के दरबार में भी पीड़ित ने अपनी फरियाद रखी किंतु नतीजा सिफर रहा। पीड़ित जन्म से ही दोनों आंखों के बगैर जीवन यापन करता है, ऐसे में वह आखिर जाए तो कहां जाए।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को पीड़ित मनोहर (Victim Manohar) पुत्र गुनेसर ने बताया कि एक तो भगवान ने पहले ही मेरे आंखों की रोशनी छीन ली अब सिर छिपाने की छत पर भी दबंगों का डाका पड़ गया है। अधिकारी भी इस बेबस पर कोई रहमो करम नहीं दिखा रहे हैं।

जानें पूरा मामला 

पीड़ित मनोहर ने संवाददाता को बताया कि रोजगार के कारण दिल्ली में रहकर मजदूरी कर जीविकोपार्जन करता हूं। मेरे मोबाइल पर मोनू पुत्र बब्बन सिंह निवासी नगर पंचायत चौक ने फोन कर कहा कि मैं आपकी जमीन बेचवा दूंगा। कुछ दिन बाद समामुननिशा पत्नी शमशाद निवासी ग्राम सिसवा अमहवार थाना कोतवाली एवं नाजरा पत्नी अनवर निवासी ग्राम खोरटा परसौनी थाना चौक, नाजमा पत्नी अनवर निवासी मिश्रौलिया थाना चौक ने फोन पर हमसे संपर्क किया।

उन्होंने कहा कि घर की 6 डिस्मिल जमीन हम खरीदना चाहते हैं। बैनामा के लिए उन लोगों ने मोनू के द्वारा मेरे बैंक खाते में 4 एवं 5 फरवरी को 10 हजार रूपए भेजे। शेष 7 लाख 20 हजार रूपया खाते में और बीस हजार नकद लेकर मोनू ने रजिस्टर्ड बैनामा करा दिया। पीडित मनोहर ने बताया कि मुझे विश्वास था कि मैंने अपने घर की जमीन को बेचा है। जब मैंने अपने खेत की जमीन गाटा संख्या 232 व 313 अपने पुत्र श्रवण कुमार वर्मा के नाम लिखने गया तब पता चला कि मेरे खेत की 64 डिस्मिल जमीन उक्त लोगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर घर के जमीन के स्थान पर खेत की जमीन का बैनामा करा लिया गया है।

इसकी शिकायत मैंने थाना चौक पर की किंतु कोई सुनवाई न होने की दशा में एसपी से न्याय की गुहार लगाई। सुनवाई नहीं होने पर जिलाधिकारी से मिलकर सारी सच्चाई बताई लेकिन अब तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकला। आखिर मैं जाऊं तो कहां जाऊं। 










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